कहते हैं मौका देखकर चौका लगाना कमाल का हुनर होता है. यह किसी पार्टी का टिकट दिलाने से लेकर जिंदगी में कई ऊंचे मुकाम तक हासिल करा सकता है. निकम्मे होते हुए भी यह आपको बहुतों की आंखों का तारा बना देता है. करना कुछ नहीं होता है, बस मौका पड़ने पर अपने किसी गुण की प्रेरणा अपने तत्कालिक काम के आदमी को बता देना होता है.
अब इससे बॉलीवुड भी कैसे अछूता रह सकता है. हीरो-हीरोइनों को काम चाहिए तो किसी को तो मस्का मारना पड़ेगा. अगर काम मिल गया है और एक-दो फिल्में हिट हो गई है तो टिकने के लिए फिल्मी दुनिया के दिग्गजों की तारीफों के कसीदे भी यदा-कदा पढ़ने ही पढ़ेंगे.
अब ऐसा ही कुछ जैक्लीन ने भी किया. उनकी पिछली कुछ फिल्में अच्छी गईं. सलमान खान की किक ने तो तकदीर ही बदल दी. बस उनकी सलमान से दोस्ती भी जम गई. यह बात जगजाहिर है कि जब सलमान खान का हाथ हो तो ऐक्टिंग गौण हो जाती है, भाषा मायने नहीं रखती और एक्सप्रेशंस की ज्यादा जरूरत नहीं रहती और एक हसीना कटरीना कैफ बन जाती है.
इसी से प्रेरित होकर श्रीलंकाई हसीना ने खुलासा किया है कि उनकी हिंदी सलमान खान ने सुधारी है. सल्लू भाई ने हर मौके पर उन्हें हिंदी बोलने के लिए प्रेरित किया. वाकई सलमान नए लोगों का बहुत हौसला बढ़ाते हैं. फिर यह विदेशी कन्याएं हों तो और भी ज्यादा.
वैसे यह भी बता देते हैं कि जैक्लीन ने हिंदी और उर्दू के लिए कुछ दिन पहले तक एक टीचर रख रखा था. जिनका नाम कमाल अहमद है. एक स्टोरी के सिलसिले में उनसे बात हुई थी. जब मैं उनसे हिंदी सिखाने के विषय पर फोन से बात कर रहा था, तो उसी दौरान जैक्लीन भी वहीं थीं, और उन्होंने जैक्लीन से मेरी बात भी कराई. मेरे अधिकतर सवालों का जवाब जैक्लीन ने हिंदी में दिया. मैंने कमाल साहब को बधाई दी. और यह बात किक से थोड़े पहले की थी. कमाल साहब उन्हें दिलो-जान से हिंदी सिखा रहे थे.
अब जैक्लीन को एक दिन तो हिंदी बोलनी ही थी. लेकिन उन्होंने अपनी इस कला को जाहिर करने और समर्पित करने के लिए सलमान खान को चुनकर फुलटॉस गेंद पर छक्का जड़ने जैसा काम कर दिया और सिद्ध कर दिया कि उन्हें भी मौका देखकर चौका मारना आता है. असली प्रेरणा सलमान खान बने, और जैक्लीन एक फिल्म में ही उनसे फर्राटेदार हिंदी सीख गईं. वाकई यह कमाल है. इस तरह हर इनसान को एक सलमान चाहिए होता है... इसलिए भाईजान सावधान.... एक और विदेशी बाला...