पिछले दिनों यौन शोषण के आरोपों के चलते चर्चा में आए हॉलीवुड प्रोड्यूसर हार्वे विंस्टीन ने खुद को दिवालिया घोषित किया है. 'द विंस्टीन कंपनी' ने घोषणा की है कि पिछले साल उसके सह संस्थापक हार्वे विंस्टीन पर लगे यौन आरोपों के बाद कंपनी उबर नहीं सकी. कंपनी ने खुद को दिवालिया घोषित करने के लिए याचिका दायर की है.
कंपनी ने बताया कि उसने अपने कर्मियों को उसके करारों और बंधनों से मुक्त कर दिया है. न्यूयॉर्क टाइम्स में पहली बार पांच अक्टूबर को हार्वे विंस्टीन के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों की खबर आने के बाद कंपनी खत्म होने के कगार पर पहुंच गई. इसके तीन दिन बाद उन्हें कंपनी के बोर्ड से निकाल दिया गया था.
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पिछले साल हार्वे विंस्टीन पर एंजेलिना जोली, सलमा हायेक सहित करीब 80 से ज्यादा हॉलीवुड एक्ट्रेसेस ने यौन शोषण का आरोप लगाया था. इसके बाद सोशल मीडिया पर मीटू कैंपेन शुरू हुआ था, जिसमें हजारों महिलाओं ने अपनी आपबीती सुनाई थी.
हार्वे की कंपनी नए स्वामी के अधिग्रहण में आने के बाद पुनस्र्थापित होकर शायद टीवी कार्यक्रम और फिल्मों का निर्माण कर सके. 'लेंटर्न कैपिटल' ने ऐसी बोली लगाई है जो दिवालिएपन की नीलामी को आधार दे सकेगी.
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वेराइटी डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने एक बयान में कहा कि बोर्ड ने लेंटर्न का चयन इसके द्वारा कारोबार अधिग्रहण के बाद परिसंपत्तियों और कर्मचारियों की देखभाल करने का वादा करने के बाद चुना है.
कंपनी ने घोषणा करते हुए बताया कि उसे उम्मीद है कि दिवालियापन के मामले देखने वाली अदालत की देखरेख में होने वाली नीलामी प्रक्रिया के दौरान कंपनी इसके नीलामीकर्ताओं और साझेदारों को लाभ देने के लिए संपत्तियों की कीमत अधिक से अधिक करने की इजाजत देगा.