बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान पर चोरी का भाषण देने का आरोप लगा है. आरोप है कि ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन (AIMA) की ओर से पिछले महीने सितंबर में आयोजित एक कार्यक्रम में शाहरुख ने जो भाषण दिया वह चोरी का है.
आपको बता दें कि AIMA में दिए गए भाषण पर शाहरुख की खूब वाहवाही हुई थी. लेकिन, अब इसे लेकर शाहरुख सवालों के घेरे में आ गए हैं. शाहरुख पर चोरी का भाषण देने का आरोप एक सोशल मीडिया कंसल्टेंट अग्राथा दिनाकरन ने अपने ब्लॉग में लगाया है. उन्होंने कहा है कि शाहरुख ने जो भाषण दिया वह हैरी पॉटर सीरीज की मशहूर लेखक जेके रॉलिंग के हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में दिए गए भाषण की नकल है.
ब्लॉगर ने लिखा है, 'शाहरुख ने जेके रॉलिंग के भाषण की पंक्तियों की हू-ब-हू नकल की और उन्हें इसका क्रेडिट भी नहीं दिया. उनके भाषण के कुछ हिस्से तो पूरी तरह चुराए गए हैं.'
ब्लॉगर अग्राथा दिनाकरन ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि उन्हें शाहरुख का भाषण काफी शानदार और प्रेरक लगा. उन्होंने आगे लिखा, 'मैं उनकी (शाहरुख) बहुत बड़ी प्रशंसक नहीं हूं, लेकिन मैं उनकी स्पीच पढ़कर काफी प्रभावित हुई. मैं अभी तीन पन्नों के भाषण में से पहला पन्ना पढ़ रही थी. इसके बाद जब मैंने दूसरा पन्ना पढ़ा तो मुझे उनका भाषण कुछ सुना-सुना सा लगा. लेकिन मुझे कुछ ध्यान नहीं आया. आगे जब मैंने आखिरी पन्ना पढ़ा, जहां शाहरुख स्पीच को खत्म कर रहे थे, तब मुझे लगा कि इसे मैंने पहले कहीं जरूर पढ़ा है. यह 2008 में हार्वर्ड में जेके रॉलिंग का शुरुआती भाषण था.'
ब्लॉगर ने लिखा है कि रॉलिंग ने 2008 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में 'नाकामी के छोटे-छोटे फायदे और कल्पना का महत्व' पर भाषण देते हुए अपनी जिंदगी के संघर्ष के दिनों के बारे में बात की थीं. उन्होंने ने कहा था, 'गरीबी कोई महान बनाने वाला अनुभव नहीं होता. गरीबी की वजह से डर, तनाव और कभी-कभी डिप्रेशन की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. इसका मतलब है कदम-कदम पर अपमान, जिल्लत और मुश्किलें.'
ब्लॉगर अग्राथा का कहना है कि शाहरुख की स्पीच में रॉलिंग का आइडिया ही नहीं, उनके शब्द भी चुराए गए हैं. उन्होंने कहा था, 'मैं आपको बता दूं कि गरीबी कोई महान बनाने वाला अनुभव नहीं है. गरीबी की वजह से डर, तनाव और कभी-कभी डिप्रेशन की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. मैंने बहुत बार अपने मां-बाप को इससे जूझते हुए देखा है. इसका मतलब है कदम-कदम पर अपमान, जिल्लत और मुश्किलें.'
अग्राथा के मुताबिक, 'हो सकता है कि उनका (शाहरुख) बचपन भी गरीबी भरा रहा हो. हो सकता है कि वो भी गरीबी में रहे हों. हो सकता है कि अपनी असफलताओं के बाद उन्होंने बहुत कुछ हासिल किया हो. लेकिन क्या किसी को क्रेडिट दिए बिना उसके शब्दों को चुराना सही है? मेरे लिए तो यह बहुत घिनौना काम है और रोलिंग के प्रति अनादर है. मुझे उम्मीद है कि अब मीडिया शाहरुख के भाषण की तारीफ करना बंद करेगी और लोगों को बताएगी कि उनके भाषण के अंश वास्तव में कहां से आए हैं.'
अग्राथा ने अपने ब्लॉग के आखिर में रोलिंग के भाषण का वीडियो भी अपलोड किया है.
उधर, शाहरुख खान की चीफ डिजिटल स्ट्रेटजिस्ट शैलजा ने शाहरुख का पक्ष रखते हुए कहा है कि शाहरुख ने अपनी स्पीच में जेके रोलिंग को स्पीच का क्रेडिट दिया है. लेकिन उन्होंने ये भी कह दिया कि शाहरुख की स्पीच का जेके रोलिंग की स्पीच से कोई लेना-देना नहीं है.