बिग बॉस 2018 अपने अंतिम पड़ाव पर है. बस कुछ ही पलों में विनर्स के नाम एनाउंस कर दिए जाएंगे. हर बार की तरह इस बार भी ये शो कोंट्रोवर्सीज से भरा रहा. प्रशंसकों का मनोरंजन भी हुआ. यकीनन शो में सबसे कोंट्रोवर्सियल और चर्चित कंटेस्टेंट में से एक शिल्पा शिंदे भी हैं. जाहिर सी बात है कि वो इस वक्त टॉप चार फाइनलिस्ट में भी शामिल हैं और कई रिपोर्ट्स में उन्हें ही इस सीजन का विजेता कहा जा रहा है.
शिल्पा को बिग बॉस से पहले 'भाबीजी घर पर हैं' में निभाए 'भाभी जी' के किरदार से प्रसिद्धि मिली थी. बिग बॉस में शिल्पा का अलग ही रूप दिखा. शुरू से लेकर अबतक विकास गुप्ता के साथ उनका रवैया भी लोगों के बीच चर्चा का विषय बना रहा. शो के प्रीमियर से ही यह साफ हो गया था कि दोनों सेलेब्रिटी सीजन भर सबसे ज्यादा इंटरटेन करेंगे और हुआ भी लगभग वैसा ही.
घर में बन गई थी विलेन की छवि
पूरे शो में दोनों का रिश्ता उतार-चढ़ाव भरा रहा. सभी जानते हैं कि शो के दौरान शिल्पा ने विकास का जीना मुश्किल कर दिया था. दोनों की पुरानी अदावत बिग बॉस तक पहुंच गई. विकास कई बार यह भी कहते पाए गए कि उन्हें मालूम होता कि शिल्पा भी शो में हैं तो वो कभी नहीं आते. इस टकराव की वजह से शो के आगे बढ़ने के साथ-साथ शिल्पा की छवि एक विलेन के तौर पर स्थापित होती गई. शिल्पा ने सभी को अकेले फाइट दी. पूरे गेम में देखें तो शिल्पा ग्रुप बनाने की बजाए अकेले गेम खलते नजर आईं.
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जरूरतों के हिसाब से बदला स्वभाव
हालांकि बदलते वक्त, स्थितियों और उनकी गेम खेलते रहने की निजी जरूरतों के साथ शिल्पा का स्वभाव भी बदलता गया. उनके और विकास के बीच रिश्तों ने भी करवट ली. दोनों के बीच अच्छे संबंध बनने शुरू हुए. जहां, एक तहफ विकास के लिए शिल्पा ने खाना पकाया वहीं विकास भी अलग-अलग टास्क के दौरान शिल्पा की मदद करती नजर आई. उन्होंने पुरानी दुश्मनी भुलाकर विकास का साथ दिया. घर के दूसरे लोगों को लेकर भी शिल्पा के स्वभाव में कुछ ऐसा ही बदलाव नजर आया.
यहां तक कि दोनों के रिश्तों को लेकर आकाश ने ये तक कह डाला कि दोनों कैमरे में आने के लिए अपने रिलेशनशिप को योजना की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं. पर इन सब बातों से अलग दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ती गईं.
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ये थी शिल्पा की रणनीति
दरअसल, देखें तो इस बदलाव का फायदा ये हुआ कि शिल्पा की इमेज विलेन से एक अच्छी महिला और 'मां' के रूप में तब्दील हो गई. उन्हें घर की मां कह कर बुलाया जाने लगा. तजुर्बे के साथ शिल्पा के स्वभाव में एक परिपक्वता आ गई. वो पहले से ज्यादा सहज हो गईं और विपरीत परिस्थितियों में खुद को ढालना सीख गईं. अब उनको इस बात की समझ हो चुकी थी कि किस वक्त उनको ज्यादा मुखर होना है और किस वक्त खुद को शांत रखना है.
अपनी इस सकारात्मकता के बावजूद भी उनपर इस चीज का आरोप लगता रहा कि वो अपने टास्क को पूरी जिम्मेदारी से नहीं करती हैं. उनके फैंस ने उनपर ये आरोप भी लगाए कि शिल्पा ने कई दफा समझदारी से काम नहीं लिया और कई मौकों पर अपनी कैप्टेन्सी के मौके गंवा दिए.
उनके स्वभाव की तुलना पिछले साल के विनर गौतम गुलाटी से भी की जा रही है. वो बिगबॉस सीजन 11 के ट्राफी की हकदार मानी जा रही हैं. कुछ अनुमानों में सिर्फ उन्हें ही घर का विजेता बताया जा रहा है. बिग बॉस के घर में रहते हुए दर्शकों ने उनकी जर्नी, उनके स्वभाव, उनकी चालबाजियों को किस तरह से लिया इसका नतीजा रविवार को सामने आ जाएगा.