फिल्म स्टार शाइनी आहूजा को बलात्कार के आरोप में तीन दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है. मुंबई में अंधेरी की अदालत में पेशी के दौरान शाइनी के वकीलों ने पुलिस कस्टडी का पुरजोर विरोध किया, लेकिन अदालत ने पुलिस की दलीलें मानते हुए 18 जून तक की पुलिस हिरासत मंजूर कर दी.
अदालत में ज्यादातर वक्त शाइनी चुपचाप खड़े रहे, हालांकि अदालत में शाइनी के वकील श्रीकांत शिरडे का कहना था कि बीती रात से कईं घंटों तक पुलिस ने शाइनी से पूछताछ की है, और ना ही ये कोई हत्या का मामला है, जिसमें हथियार या किसी दूसरी चीज को बरामद करने की जरूरत है, इसलिए पुलिस कस्टडी की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन अदालत ने बचाव पक्ष की दलीलें ठुकराते हुए तीन दिन की हिरासत मंजूर कर दी.
'शाइनी को फंसाया गया है'
अदालत में पेशी के वक्त शाइनी के परिवार वाले भी मौजूद थे. शाइनी के परिवार के मुताबिक उन्हें बेवजह फंसाया गया है. शाइनी को देर शाम ही ओशिवारा थाने बुलवा लिया गया था. रात ही मीडिया का जमावड़ा भी लग गया, तो मुंबई पुलिस के तमाम आला अधिकारी ओशिवारा पहुंचे, मामले के हर पहलु पर गौर किया, उसके बाद ही शाइनी को गिरफ्तार किया गया.
पुलिस सूत्रों के अनुसार दोपहर तीन बजे नौकरानी ओशिवारा थाने के नजदीक तारापुर टॉवर में शाइनी के घर पहुंची और वहां से 5 बजे निकलकर वो सीधे थाने पहुंची जहां उसने ड्यूटी पर मौजूद पुलिसवालों को आपबीती सुनाई. लड़की की शिकायत लेकर उसे मेडिकल के लिए भिजवा दिया गया और जब देर शाम मेडिकल रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि हुई तो शाइनी आहूजा को थाने बुलवा लिया गया.
पुलिस ने शाइनी को भी मेडिकल के लिए भेजा और जब पुलिस का शक मजबूत हुआ, तो एफआईआर समेत तमाम कागजी कार्यवाही के बाद शाइनी को गिरफ्तार कर लिया गया. शाइनी पर बलात्कार के साथ ही गुनाह को छिपाने के लिए पीड़ित को जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगा है. शाइनी पर लगे इल्जाम अगर साबित हुए तो शाइनी का पूरा करियर और उससे भी ज्यादा उनकी जिंदगी तबाह हो सकती है. अगर ये इल्जाम अदालत में साबित हुए, तो शाइनी को 8 साल से लेकर उम्रकैद तक की सजा भी हो सकती है.