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सेंसर बोर्ड में सुधारों की अगुवाई करेंगे श्याम बेनेगल

सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है, 'उम्मीद है कि समिति अपनी चर्चा के दौरान विश्व के विभिन्न हिस्सों में अपनाई जाने वाली सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं पर गौर करेगी, विशेष तौर पर वहां जहां फिल्म को रचानात्मकता एवं कलात्मक अभिव्यक्ति का पर्याप्त मौका दिया जाता है.'

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श्याम बेनेगल
श्याम बेनेगल

सरकार ने सेंसर बोर्ड के सुधार पर गौर करने के लिए जानेमाने फिल्म निर्माता श्याम बेनेगल के नेतृत्व में एक समिति का गठन किया है. समिति अपनी रिपोर्ट दो महीने में सौंपेगी. इस समिति में फिल्म निर्माता राकेश ओमप्रकाश मेहरा, ऐड निर्माता पीयूष पांडेय और फिल्म समीक्षक भावना सोमाया शामिल हैं.

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पीएम मोदी की सोच के अनुरूप है कमेटी
इनके अलावा इस समिति में प्रबंध निदेशक, राष्ट्रीय फिल्म विकास परिषद नीना लाथ गुप्ता और संयुक्त सचिव (फिल्म) संजय मूर्ति भी होंगे. सूचना और प्रसारण मंत्रालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि समिति का गठन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच के अनुरूप किया गया है. बयान में कहा गया है कि उम्मीद है कि इस समिति की सिफारिशों से एक समग्र ढांचा प्राप्त होगा जिससे फिल्म के प्रमाणन के कार्य में लगे लोग इस ढांचे के अनुरूप अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर सकेंगे.

सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने की घोषणा
बयान में कहा गया है, 'उम्मीद है कि समिति अपनी चर्चा के दौरान विश्व के विभिन्न हिस्सों में अपनाई जाने वाली सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं पर गौर करेगी, विशेष तौर पर वहां जहां फिल्म को रचानात्मकता एवं कलात्मक अभिव्यक्ति का पर्याप्त मौका दिया जाता है.' सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि अधिकतर देशों में फिल्मों एवं वृत्तचित्र के प्रमाणन की एक व्यवस्था है, लेकिन यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि ऐसा करते समय कलात्मक रचनात्मकता एवं स्वतंत्रता को दबाया नहीं जाए या काटा नहीं जाए

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सेंसर बोर्ड के स्टाफ ढांचे पर भी होगा गौर
मंत्रालय ने कहा कि प्रमाणन के कार्य में लगे लोग इन बारीकियों को समझते हैं. भारतीय फिल्मों का एक गौरवशाली इतिहास रहा है और भारतीय फिल्मों ने देश के सांस्कृतिक परिवेश को समृद्ध करने के साथ ही फिल्म निर्माण के तकनीकी पहलुओं के मामले में आश्चर्यजनक प्रगति की है. समिति सिनेमाटोग्राफ कानून के प्रावधानों के तहत व्यापक दिशानिर्देश, प्रक्रियाओं के साथ ही स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष एवं अन्य सदस्यों के लाभ के लिए नियमों की सिफारिश करेगी. बयान में कहा गया है कि सीबीएफसी के स्टाफ ढांचे पर भी गौर किया जाएगा ताकि एक तंत्र की सिफारिश की जा सके जो प्रभावी, पारदर्शी एवं उपयोगकर्ता अनुकूल सेवाएं मुहैया कराए.

हाल में काफी विवादों में रहा है सेंसर बोर्ड
हाल ही में सूचना और प्रसारण मंत्री अरुण जेटली ने भी सेंसर बोर्ड की कार्यप्रणाली पर फिर से विचार करने की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि वह इसे विवाद मुक्त बनाना चाहते हैं. फिल्म निर्माताओं की शिकायत रही है कि बोर्ड ने हाल के समय में मनमाने ढंग से आपत्तियां की हैं और सीन काटने के लिए कहा है. इसमें जेम्स बांड की नवीनतम फिल्म स्पेक्टर के वे सीन काटने को लेकर आलोचनाएं भी शामिल हैं जिन्हें फिल्म को भारत में प्रदर्शन से पहले हटाना पड़ा था. सीबीएफसी प्रमुख पहलाज निहलानी की ओर से जारी प्रतिबंधित शब्दों की सूची भी विवादों का विषय बनी थी. इस बारे में पूछे जाने पर बेनेगल ने कहा कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने मुझसे कुछ दिन पहले फोन पर बात की थी और अभी मुझे यह जानना बाकी है कि प्रस्ताव वास्तव में है क्या. मुझसे एक ही सवाल पूछा गया था कि क्या मैं समिति का एक सदस्य होना चाहूंगा, जो फिल्म प्रमाणन की समस्या पर गौर करेगी. उन्होंने कहा, 'यह समिति सरकार द्वारा गठित की गई है जिसका काम यह देखना है कि व्यवस्था किस तरह से प्रभावी, पारदर्शी और संतोषजनक हो.'

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