यदि रंगकर्मी ओमकार ना मिलते तो पीपली लाइव में केंद्रीय किरदार नत्था की भूमिका में शायद हमें आमिर खान नजर आते. दरअसल वह अपनी इस होम प्रोडक्शन फिल्म की यह भूमिका खुद निभाना चाहते थे.
अनुषा रिजवी, बतौर निर्देशक जिनकी यह पहली फिल्म है, बताती हैं, आमिर को नत्था का किरदार पसंद आया था और वह इसे निभाना चाहते थे जिसके लिये वह स्क्रीन टेस्ट चाहते थे लेकिन उनकी व्यस्तता के चलते यह हो नहीं पाया और इस बीच ओमकारदास मानिकपुरी ने ऑडिशन दिया और इस किरदार के लिये हमें वह बिल्कुल सही लगे. खुद आमिर ने भी ऑडिशन देखकर इस भूमिका के लिये ओमकार को पसंद किया.
अनुषा ने बताया, ‘हमें नत्था के लिये ओमकार के अभिनय में कोई कमी नहीं दिखाई दी. हमें जिस तरह का पात्र चाहिये था, उसमें वह सबसे बेहतर लगे.’ उन्होंने बताया कि पिल्म बनाने का विचार उन्हें 2004 में टीवी पर किसानों के लिये मुआवजे की घोषणा संबंधी एक खबर सुनकर आया.
एक साल तक इसकी कहानी पर काम करने के बाद उन्होंने ईमेल के जरिये आमिर से संपर्क किया. आमिर ने पूरी स्क्रिप्ट पढ़ने की इच्छा जाहिर की हालांकि बीच में बातचीत का सिलसिला थम गया लेकिन अंतत: आमिर इस फिल्म के निर्माण के लिए तैयार हो गए.
पूरी फिल्म बनाने में अनुषा और उनकी टीम को छह साल का वक्त लगा. फिल्म की अधिकांश शूटिंग मध्यप्रदेश के बड़वाई गांव में हुई है. आज देश में महंगाई पर हो रही बहस के बीच फिल्म के लोकप्रिय गीत ‘महंगाई डायन खाए जात है...’ का जिक्र राज्यसभा से लेकर राजनीतिक दलों और मीडिया की चर्चा में भी शामिल रहा है.
{mospagebreak}इस बारे में बकौल अनुषा ‘महंगाई डायन...’ लोकप्रिय होता जा रहा है लेकिन वह फिल्म में इस समस्या का कोई समाधान पेश करने का दावा नहीं करती. उन्होंने कहा कि फिल्म कर्ज में डूबे किसानों की कहानी है जिसमें मुख्य किरदारों में नत्था के अलावा बुधिया के रूप में रघुवीर यादव हैं.
फिल्म को रिलीज से पहले हाल ही में डरबन फिल्म महोत्सव में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के पुरस्कार से नवाजा गया है. इस बारे में अनुषा ने कहा, पहली फिल्म होने के नाते यह उम्मीद तो नहीं थी. यह बिल्कुल छप्पर फाड़कर मिलने जैसा है जो 150 लोगों की पूरी टीम की मेहनत का नतीजा है. उन्होंने कहा, मुझे तो पता भी नहीं था कि इस फिल्म महोत्सव की किसी श्रेणी में हमारी फिल्म का चयन भी हुआ है. पहले आमिर को पता चला और उन्होंने मुभे फोन करके बताया. अनुषा ने बताया कि फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर मशहूर फ्रेंच संगीतकार माथियास डुपलेसी ने तैयार किया है जिन्होंने इसके लिये खुद ही आलाप लिया है और खुद ही कई सारे भारतीय साजों से धुनें दी हैं.
पत्रकारिता छोड़कर निर्देशन के क्षेत्र में आईं अनुषा ने बताया कि पहले अब वह दास्तानगोई के एक प्रोजेक्ट को पूरा करेंगी जो पिछले दो साल से इस फिल्म के चलते रूका हुआ है. इसके बाद आगे की योजना पर विचार करेंगी. अमिर की अन्य फिल्मों से अलग पीपली लाइव के लिए कोई विशेष प्रचार रणनीति नहीं होने के बारे में अनुषा ने कहा, फिल्म पहले ही काफी लोकप्रिय हो चुकी है और एक सादा, जमीन से जुड़े मुद्दे पर बनी फिल्म के लिये मुझे नहीं लगता कि बड़ी मार्केटिंग रणनीति की जरूरत है. अनुषा ने मीडिया में हाल ही में बड़वाई गांव के बच्चों के लिये आमिर द्वारा अभिनय स्कूल खोलने संबंधी खबरों को खारिज कर दिया.