दंगल गर्ल जायरा वसीम के बॉलीवुड छोड़ने पर बॉलीवुड के तमाम दिग्गजों का रिएक्शन अब तक आ चुका है. अब आलिया भट्ट की मां सोनी राजदान ने भी जायरा के बॉलीवुड छोड़ने के फैसले पर बयान दिया है. सोनी राजदान ने कहा कि अल्लाह चाहेगा कि तुम वो करो जो तुम्हें पसंद है. मालूम हो कि जायरा ने ये कहते हुए बॉलीवुड को अलविदा कह दिया कि वह अल्लाह के रास्ते पर चलना चाहती हैं.
आध्यात्मिक रास्ते पर चलने के लिए अपने शानदार करियर को छोड़ देने के उनके फैसले की कई लोग निंदा कर रहे हैं और कुछ लोग ऐसे भी हैं जो उनका समर्थन कर रहे हैं. सोनी राजदान ने ट्वीट में लिखा, "मैं उम्मीद करूंगी कि वह इतनी समझदार हो जाए कि इस बात को समझ पाए कि आपको वो करना चाहिए जो आपको पसंद है, अल्लाह आपसे यही चाहता है."
सोनी ने लिखा, "अभिनय और जितनी भी रचनात्मक कलाओं में कुछ भी ऐसा नहीं है जो आपको उस रास्ते पर चलने से रोकता है. किसी इंसान को तकलीफ या खुशी महसूस कराना और किसी चीज से जोड़ देना, इससे ज्यादा खूबसूरत पेशा क्या हो सकता है."
सोनी ने कहा, "ये सब कहते हुए भी मैं उसके फैसले का सम्मान करती हूं क्योंकि ये काम एक बड़ी आबादी को खुशी देता है और कुछ लोगों को डराता भी है. जायरा तुम अभी बहुत छोटी हो और मैं तुम्हें बता दूं कि सिर्फ चार साल के बाद तुम्हारे विचार बदल जाएंगे... हम खुली बाहों से तुम्हारा स्वागत करेंगे प्यारी बच्ची, यदि ऐसा होता है." जायरा ने साल 2016 में सुपरस्टार आमिर खान की फिल्म दंगल से बॉलीवुड डेब्यू किया था.I just hope she grows up to realise that if you love what you do, that is exactly what God would want for you. And acting and the creative arts are in no way something dreadful or self indulgent. To make people feel, cry, laugh, think & connect is in itself a noble thing to do https://t.co/HpGyHToKxQ
— Soni Razdan (@Soni_Razdan) 1 जुलाई 2019
रंगोली चंदेल ने किया जायरा का सपोर्ट:Having said this I would certainly respect her decision as this business can be hugely overwhelming and often quite frightening. @ZairaWasimmm you’re so young and you may feel differently in 4 years time.. we will welcome you back with open arms sweetheart if that is so ♥️ https://t.co/a1DUSDSEQx
— Soni Razdan (@Soni_Razdan) 1 जुलाई 2019
एक्ट्रेस कंगना रनौत की बहन रंगोली चंदेल ने जायरा के फैसले का सपोर्ट किया है. रंगोली ने लिखा, "लोगों को जायरा को घेरना बंद करके उसके भीतर के अंतर्द्वंद्व को समझना चाहिए. एक बच्चे को क्या करना चाहिए अगर उसका मजहब उसे नाचने, गाने और जिंदगी के वास्तविक अर्थ को परिलक्षित करने से रोकता है? उसे बुली करने की बजाए हमें उसके कन्फ्यूजन को समझना चाहिए."
Peopel should stop lashing out at Zaira Wasim and try and understand her inner conflicts, what is a kid supposed to do if a religion forbids you from singing, dancing, imitating or depicting life? Rather than bullying her we must understand her dilemma...(contd)
— Rangoli Chandel (@Rangoli_A) 1 जुलाई 2019
(Contd)...in Hinduism especially Bhakti is all filled with devotional songs and dances, Kathak was a dance form for temples, Mugals brought it to darbars...(contd)
— Rangoli Chandel (@Rangoli_A) 1 जुलाई 2019
(contd)...we need to understand in Hinduism we need not follow any God we can form a God of our choice which is called Isht Devta which means Personal God, today’s day and age we need to personalise realigion and not follow what was established thousands years ago 🙏🏻
— Rangoli Chandel (@Rangoli_A) 1 जुलाई 2019
रंगोली ने लिखा, "हिंदुओं में भक्ति खास तौर से भक्ति गीतों, नृत्यों से परिपूर्ण है. कत्थक मंदिरों में किया जाने वाला नृत्य था और मुगलों में इसे दरबारों में ले आया गया. हमें ये बात समझनी चाहिए कि हिंदुओं में हमें अपनी पसंद का भगवान चुनना होता है, हम अपनी पसंद वाले को देवता बना सकते हैं और इसे इष्ट देव कहा गया है, यानि निजी पसंद के देवता. आज के वक्त और उम्र में हमें अपनी पसंद के धर्म को पर्सनलाइज करना चाहिए न कि उसका अनुसरण करना चाहिए जिसे पिछले हजार सालों में स्थापित किया गया है."