बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद वैसे तो अपनी फिल्मों के चलते चर्चा में रहते हैं लेकिन कोरोना वायरस महामारी के चलते उनका एक बेहद खास रूप लोगों के सामने आया है. इस महामारी से जंग के लिए यूं तो कई सेलेब्स ने आर्थिक मदद लोगों को पहुंचाई है लेकिन सोनू कोरोना महामारी के बीच लगातार फील्ड पर उतरकर लोगों की हरसंभव मदद कर रहे हैं.
सोनू सूद ने सबसे पहले मुंबई के जुहू स्थित होटल के दरवाजे मेडिकल वर्कर्स के लिए खोले थे. उन्हें जब पता चला था कि कुछ मेडिकल वर्कर्स को उनकी बिल्डिंग में जाने नहीं दिया जा रहा था और उनके साथ बुरा व्यवहार हो रहा था तो उन्होंने अपने होटल को इन मेडिकल वर्कर्स के इस्तेमाल के लिए दे दिया था. सोनू ने कहा था कि अस्पतालों में काम करने के बाद मेडिकल वर्कर्स उनके होटल शक्ति सागर में आराम करने और सोने आ सकते हैं.
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सोनू सूद ने हर कदम पर की मदद की कोशिश
इसके बाद जब देश में लॉकडाउन लगा तो उन्होंने अपने पिता शक्ति सागर सूद के नाम पर एक स्कीम लॉन्च की थी जिसके तहत वो रोज 45 हजार लोगों को हर रोज खाना खिला रहे थे. सोनू की इस स्कीम का नाम शक्ति आनंदनम है. सोनू ने कहा था कि 'हम में से कुछ लोगों के पास खाने और रहने की सुविधाएं हैं, लेकिन बहुत से लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने कई दिनों से कुछ नहीं खाया है और ये उनके लिए काफी मुश्किल वक्त है. इन लोगों की मदद के लिए हमने खास फूड और राशन ड्राइव चलाया है.'
इसके बाद रमजान के पवित्र महीने के शुरू होने के चलते उन्होंने ऐलान किया कि वे इस पाक महीने में रोज 25 हजार लोगों को खाना खिलाएंगे. सोनू ने कहा था कि हम इन लोगों के लिए स्पेशल मील किट्स की सप्लाई करेंगे ताकि पूरे दिन रोजा रखने के बाद जब उन्हें खाने की जरूरत महसूस हो तो उन्हें भूखे पेट ना सोना पड़े. इस पहल के सहारे बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक जैसे राज्यों से आए माइग्रेंटस को मदद मिलेगी.View this post on Instagram
लॉकडाउन के चलते जब कई मजदूर अपने घरों के लिए पैदल ही चलने लगे तो सोनू एक बार फिर इन गरीब और वंचित लोगों की मदद के लिए आगे आए और उन्होंने इनमें से कई लोगों को बसें उपलब्ध कराईं ताकि ये लोग सकुशल अपने घरों तक पहुंच सके. सोनू की इस पहल की लोग काफी तारीफ कर रहे हैं.