बेहतरीन अदाकारा कोंकणा सेन शर्मा की हाल ही में 'तलवार' फिल्म रिलीज हुई. इस फिल्म की खूब सरहाना हो रही है. इस फिल्म के चलते कोंकणा सेन से हुई खास बातचीत पेश हैं कुछ मुख्य अंश:
इस फिल्म में अपने रोल के बारे में बताएं?
मैं इस फिल्म में नूतन टंडन का किरदार निभा रही हूं. फिल्म आरुषि मर्डर केस पर आधारित है.
इस फिल्म से आपको क्या उम्मीदें हैं?
हम इस फिल्म में 1 नहीं बल्कि 3 अलग-अलग जांच के पहलूओं के बारे में बताने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि वहां पर 3 अलग-अलग टीमों ने इस
केस की जांच की थी. इस तरह फिल्म में हर पहलू को शानदार और अलग अलग तौर पर दिखाया जाएगा जिसे दर्शक पसंद करेंगे.
क्या इस फिल्म के द्वारा आपने केस को हल करने की कोशिश की है?
नहीं, हमने केस को हल करने की कोई कोशिश नहीं की है. जो भी तथ्य अभी तक सबके सामने आए हैं यह फिल्म उन्ही पर आधारित है.
किरदार निभाते वक्त क्या पर्सनल तौर पर भी आपके भीतर बदलाव आए?
स्क्रिप्ट पढ़ने से पहले मेरा इस केस के प्रति अलग नजरिया था, लेकिन स्क्रिप्ट पढ़ने के बाद और रिसर्च के साथ मुझे यह पता चला की इस केस के
बारे में आप जितना ही जानने लगते हैं उतना ही जटिल यह केस होता जाता है क्योंकि यह बहुत ही लम्बा प्रोसेस था. 3 अलग-अलग टीमों ने जांच की.
कई सारे संदेह भी होते हैं. यह नहीं पता चलता की किसने क्या किया?
भारत की न्यायव्यवस्था के बारे में आप क्या कहना चाहेंगी?
'कोर्ट' और 'तलवार' जैसी फिल्मों को देखकर कभी-कभी सब कुछ काफी मजाक सा लगता है. ऐसा नहीं है की सभी केस गलत तरीके से हल किए जाते
हैं लेकिन कई बार ऐसा होता है की हम पुलिस स्टेशन जाना ही नहीं चाहते हैं. कई बार तो महिलाओं के साथ पुलिस स्टेशन में भी बलात्कार की खबरेंआई
हैं. तो हमेशा सवाल उठाये जाते हैं.
आप बहुत कम फिल्में करती हैं, इसकी वजह?
कई कारण हैं, एक तो मेरे पास अब छोटा बच्चा है, तो मैं ज्यादा काम नहीं कर सकती, मुझे दिलचस्प काम करना है. तो जब तक अच्छा काम नहीं
मिलता मैं नहीं करती हूं. वैसे मैं समय-समय पर बंगाली फिल्में करना चाहती हूं.
आपके बेटे (हारून) जब आपको टीवी पर देखते हैं तो क्या रिएक्शन होता है?
(हंसते हुए) वो कहता है -'मम्मा.. वो मम्मा', कभी-कभी तो वो और दूसरे लोगों को भी भ्रम से मम्मा कह देता है लेकिन अभी वो सिर्फ चार साल का
है और उसने हमारी फिल्में नहीं देखी हैं. अभी वो बहुत छोटा है.