सुशांत सिंह राजपूत और सारा अली खान की फिल्म केदारनाथ का टीजर रिलीज किए जाने के कुछ ही दिनों के भीतर विवाद शुरू हो गया है. टीजर लॉन्च के बाद उत्तराखंड में मौजूद केदारनाथ के तीर्थ पुरोहितों की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा है कि फिल्म हिंदुओं की भावनाओं को आहत करती है इसलिए इस पर पूरी तरह से बैन लगना चाहिए.
हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक केदारनाथ में पुजारियों की एक ऑर्गनाइजेशन केदार सभा के चेयरमैन विनोद शुक्ला ने कहा, "यदि फिल्म बैन नहीं हुई तो हम आंदोलन कर देंगे, क्योंकि हमें बताया गया है कि यह लव जिहाद को बढ़ावा देती है और इससे हिंदू भावनाएं आहत होती हैं."
केदारनाथ वह फिल्म है जिससे दिग्गज अभिनेता सैफ अली खान की बेटी सारा अली खान अपना बॉलीवुड डेब्यू करने जा रही हैं. फिल्म की शूटिंग 2 साल पहले से केदारनाथ में चल रही थी. फिल्म में साल 2013 में आई केदारनाथ आपदा पर आधारित एक प्रेम कहानी को दिखाया गया है.
अभिषेक कपूर निर्देशित इस फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत लीड रोल में हैं. रिपोर्ट के मुताबिक चेयरमैन शुक्ला ने कहा कि पुजारियों ने उस वक्त भी कड़ा विरोध किया था जब केदारनाथ के पास इस फिल्म के अश्लील गाने की शूटिंग की गई थी. इसके बाद इलाकाई लोगों ने भी इसका विरोध कर दिया था.
खबर है कि गुरुवार को कुछ लोगों ने रुद्रप्रयाग के जिला मुख्यालय में इस फिल्म का विरोध किया था. जानकारी के मुताबिक फिल्म का विरोध तभी से शुरू हो गया था जब फिल्म के पोस्टर रिलीज किए गए थे. भाजपा नेता अजेंद्र अजय ने अपने एक ट्वीट में सीबीएफसी से इस फिल्म को बैन किए जाने की मांग की है.
अजय ने लिखा, "इसमें जोड़े को बाढ़ के उस बैकग्राउंड में बोल्ड सीन करते दिखाया गया है, जिसमें हजारों लोग मारे गए थे." उन्होंने फिल्म के पोस्टर्स पर भी आपत्ति जताई और कहा कि इसमें एक मुस्लिम लड़की को हिंदू लड़के को ले जाते दिखाया गया है. उन्होंने कहा कि यह तकनीकी रूप से गलत है क्योंकि आप केदारनाथ में किसी भी मुस्लिम शख्स को ढुलाई करते नहीं देखेंगे.
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फिल्म की टैगलाइन "प्यार तीर्थयात्री है" पर भी आपत्ति जताई गई है. अजय ने कहा कि सारा इस पोस्टर को पोस्ट करते वक्त एक कदम और आगे बढ़ गईं जब उन्होंने लिखा, "No Tragedy, No Wrath of Nature, No Act of God Can Defeat the Power of Love.’