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रिया चक्रवर्ती की होनी चाहिए गिरफ्तारी? शत्रुघ्न सिन्हा ने दिया ये जवाब

शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा- सुशांत के लिए जो सभी लोग परिवार, नेता, अभिनेता और फैंस सीबीबआई जांच की मांग कर रहे थे. उनकी दुआएं रंग लाईं. लोगों की जो मां थी वो पूरी हुई. सीबीआई के केस सौंपने का मतलब है कि हमने सच्चाई की दिशा में एक सही कदम उठाया.

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शत्रुघ्न सिन्हा
शत्रुघ्न सिन्हा

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सुशांत सिंह राजपूत केस में अब सीबीआई जांच कर रही है. सीबीआई के हाथ में केस जाने के बाद, अब हर किसी को उम्मीद है कि सुशांत सिंह राजपूत को इंसाफ मिलेगा. इंडस्ट्री से भी कई लोग सुशांत के लिए जल्द से जल्द न्याय की मांग कर रहे हैं. अभिनेता और राजनेता शत्रुघ्न सिन्हा भी सीबीआई के हाथ में केस जाने से खुश हैं. आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत में शत्रुघ्न सिन्हा ने कई चीजों पर अपनी राय रखी.

शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा- सुशांत के लिए जो सभी लोग परिवार, नेता, अभिनेता और फैंस सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे. उनकी दुआएं रंग लाईं. लोगों की जो मां थी वो पूरी हुई. सीबीआई के केस सौंपने का मतलब है कि हमने सच्चाई की दिशा में एक सही कदम उठाया. एक चाइनीज में एक कहावत है कि हजारों मील लंबी यात्रा की शुरुआत पहले उठे हुए कदम से होती है. ये कहावत बहुत हद तक यहां लागू होती है. हमारी ये ही कामना है कि जल्द से जल्द सच्चाई सामने आए.

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क्या आपको लगता है कि रिया की गिरफ्तारी होनी चाहिए?

शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा- कई बार लगता तो जरुर था कि बड़ी देर कर दी. इतनी देर कर दी. एक आशंका रही कि सबूतों में हेर फेर न हो जाए, अब मामला सीबीआई को चला गया है. ये इंवेस्टिगेशन का समय है. इनमें से बहुत सारे लोगों को मैं नहीं जानता, मैंने इतने नजदीक से इस केस को स्टडी नहीं किया, जितना शेखर सुमन जी ने किया. शेखर सुमन से पुलिस और सीबीआई को सीखना चाहिए कि कैसे किसी केस की जांच होती है, कैसे किसी से सवाल किए जाते हैं. मैं सुशांत के घर के लोगों की इज्जत करता हूं. सभी बहुत सभ्य हैं. सुशांत भी काफी सभ्य थे. पटना के होने के बावजूद सुशांत से मेरी बस एक बार ही मुलाकात हुई, वो बहुत सभ्य थे. अब जब मामला सीबीआई को सौंप दिया गया है कि ये उचित नहीं होगा कि मैं किसी और पर कोई टीकाटिप्पणी करूं जबकि मैं इस केस को इतने अच्छे से नहीं जानता हूं. मुझे कोई जानकारी है.

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महेश भट्ट और रिया की व्हाट्सएप चैट पर शत्रुघ्न ने कहा- मैं ये कहना चाहूंगा कि सारी बातों को सीबीआई के सामने पेश करना चाहिए. मैं तो ये भी नहीं जानता कि उनके बीच रिश्ता क्या है. गॉडफादर का रिश्ता था? पिता, अंकल या गहरे मित्रा का रिश्ता था हमे तो नहीं पता. जिस लड़की का आप नाम ले रही हैं, मैं तो उनसे भी कभी नहीं मिला. मेरी कभी रिया के साथ मुलाकात नहीं हुई.

कुछ लोगों को छोड़कर बॉलीवुड से क्यों सितारे आवाज नहीं उठा रहे?

इस पर शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा- बहुत ही दुर्भाग्य की बात है कि आज इसके पीछे सिर्फ डर, डर सत्ताधारी का, या डर कुछ खास लोगों का, या डर किसी खास पार्टी का या फिर इसके पीछे कुछ लोगों का स्वार्थ भी हो सकता है. या हमारे और सुशांत के बीच में बहुत गैप था. मैं कह दूं कि भले ही वो उतना बड़ा स्टार न रहा हो, लेकिन देखें कि इस हादसे के बाद वो दुनिया में कितना बड़ा स्टार बनकर उभरा है. जो लोग उसे नहीं जानते थे वो भी इस बात को मानते हैं कि उसके साथ ज्यादती हुई है. सब सामने आए और अभी तक सामने आ रहे हैं. इससे पहले ऐसा कभी देखने को नहीं मिला. सुशांत सेल्फ मेड बढ़ रहा था. वो स्टार तो था ही, उसके अंदर बहुत बड़े स्टार बनने की संभावनाए थीं.

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अब रही बात की लोग सामने क्यों नहीं आ रहे इस पर मुझे ताज्जुब भी होता है. मुझे कहना पड़ता है कि दुर्भाग्य है ये. कुछ लोग अब इतनी देरी से सामने आ रहे हैं.

बहुत सारे लोग होते हैं जो छोटे शहरों से निकलर सालों तक स्ट्रगल करते हैं, आप भी उभरकर निकले हैं ये कितना मुश्किल है?

इस पर शत्रुघ्न सिन्हा ने का कहा मेरे अंदर कोई गिल्ट नहीं था. सुशांत और उनके परिवार के लिए प्यार, सम्मान, अभिमान था मेरे अंदर. मैंने इस पर खुलकर बात की. मैं चाहता था कि मैं इससे बाकी के लोगों की भी हौसला अफजाई करूं. अगर कुछ बड़े-नामचीन लोग सुशांत के लिए सामने आ जाते तो इस प्रकिया को जबरदस्त बल मिलता. शायद ये मामला पहले निपट गया होता. ना है कि आउटसाइडर और इनसाइडर की थ्योरी एग्जिस्ट नहीं करती.

आपने जिस बॉलीवुड को देखा पटना के लड़के के तौर पर उसके बारे में बताइए. इस पर शत्रुघ्न ने कहा- सुशांत के वक्त में शायद थोड़े हालात सुधर गए हो. सुशांत की एंट्री वैसे नहीं हुई जैसे हम लोगों की हुई थी. धर्मेंद्र भी बहुत बड़े महान कलाकार हैं उनको भी स्ट्रगल करना पड़ा, मैंने तो जीरो से हीरो का सफर तय किया. अक्सर सुनता हूं कि छोटा शहर. किस बात का छोटा शहर, पटना की बात करें तो क्या शिक्षा के मामले मैं छोटा शहर है. हिंदुस्तान के बढ़िया से बढ़िया ब्यूरोक्रेट्स तो ज्यादातर पटना से ही हैं.

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ज्यादा से ज्यादा महान लोग छोटे शहर से ही आए हैं. फिल्म इंडस्ट्री में भी कितने लोग छोटे शहरों से ही है. अगर किसी में टेलेंट है तो वो कामयाब होता है. मैंने सुशांत की एक ही फिल्म अभी तक देखी है काई पो छे. बहुत कमाल फिल्म थी. सुशांत बहुत शानदार थे उस फिल्म में.

नेपोटिज्म पर क्या बोले शत्रुघ्न सिन्हा?

शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा- फिल्म इंडस्ट्री के लिए नेपोटिज्म का इस्तेमाल ही गलत है. यहां पैसे का बहुत खेल होता है. जैसे एक व्यापारी अपनी दुकान में पैसा लगाता है तो वो देखता है कि अब हमारे वारिस ही इसी पर बैठे. अच्छा वकील का बेटा वकील बनता है. कई डॉक्टर अपने बेटे को डॉक्टर बनाते हैं. तो फिल्म में अगर ये बात आ जाती है तो वो गलत नहीं है. लेकिन यहां एक बात और है कि यहां फैसला जो करती है वो है देश की जनता. आप पहली बार तो किसी को मौका दे देंगे. जैसे ऋषि कपूर को आप बॉबी में लाए. उससे पहले मेरा नाम जोकर में उसका टेस्ट किया. लगा कि ये लड़का सूट करेगा. किसी का सूट होना बहुत जरूरी है. मुझे याद है कि महान नायक अमिताभ बच्चन को भी एक फिल्म के लिए ना कर दिया गया था. हमें बहुत अफसोस हुआ था. बहुत पुरानी बात है. लेकिन वो रोल अमिताभ को सूट नहीं किया था. इसलिए उन्हें नहीं दिया गया.

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क्या इंडस्ट्री में गैंग्स है? जिसके बारे में कंगना खुलकर बोल रही हैं.

शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा- कंगना रनौत या ऐसी कोई भी लड़की जो इस तरह से खुलकर आती है. जो अपने दमखम पर आती हैं, मैं उनकी कदर करता हूं. जो उन्होंने कहा है कि मैं उसका बहुत हद तक समर्थन करता हूं. क्योंकि ये जो कथित गैंग है वो उस वक्त भी था. लेकिन वो गैंग जैसा उस वक्त ही चलता था जब तक आपकी फिल्म चलती है, तब तक पापा जी तुस्सी आ गए, तुस्सी छाए. उस वक्त आप दोस्त हैं. जैसे आपने दूसरी फिल्म की और वो नहीं चली. तो फिर ये ही रिश्ता किसी और से हो जाता है.

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