'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' और 'प्रेम रतन धन पायो' जैसी हिट फिल्में देने के बाद स्वरा भास्कर का 2016 का लाइनअप भी कम सॉलिड नहीं है. वह 'अनारकली आरावाली' और 'नील बटे सन्नाटा' जैसी फिल्में कर रही हैं. एक में वह नर्तकी बनी हैं तो दूसरी फिल्म में वह एक किशोर बच्चे की मां.
स्वरा ने फिल्मों में अपने किरदारों को लेकर अपनी पसंद के बारे में कहा, 'मैं उन लोगों में से नहीं हूं जो ऐसे रोल चुनते हैं जिन्हें वह नहीं करना चाहते. मैं बहुत ही लालची कलाकार हूं. मैं चुनौतीपूर्ण किरदार करने में यकीन करती हूं. ऐसे किरदार जो मुझे डरा दें.'
कमर्शियल या आर्ट-हाउस सिनेमा के बारे में पूछे जाने पर स्वरा भास्कर ने कहा, 'सारी बात यह है कि आपको किस तरह के रोल मिल रहे हैं. मैं खुशकिस्मत हूं कि मुझे कमर्शियल फिल्मों में भी ऐसे रोल मिल रहे हैं जो मुझे अपना काम दिखाने का मौका देते हैं. लोग मेरे किरदारों को याद रखते हैं.'
स्वरा इस बात पर जोर देती हैं कि वह बड़ी और छोटी फिल्मों के बीच संतुलन बनाकर चलती हैं. उनका कहना है कि किसी भी एक्टर के लिए यह संभव नहीं है कि वह कमर्शियल फिल्में न करे, आपके पास कोई विकल्प नहीं है, आपको बने रहने के लिए मुख्यधारा के सिनेमा से जुड़ा रहना होता है. कोई भी आपको छोटी फिल्मों की वजह से याद नहीं रखता है और दर्शक आपको कमर्शियल फिल्मों की वजह से पहचानते हैं. यह संतुलन बेहद जरूरी है.'