एक दशक पहले तब्बू ने विशाल भारद्वाज की 'मैकबेथ' से प्रेरित फिल्म 'मकबूल' में देसी 'लेडी मैकबेथ' का किरदार निभाया था. अब शेक्सपियर के एक अन्य उपन्यास 'हैमलेट' पर बन रही विशाल की फिल्म 'हैदर' में वह हैमलेट की मां 'गरट्रूड' की भूमिका में नजर आने वाली हैं. तब्बू ने इस फिल्म से गायिकी की दुनिया में भी कदम रखा है, वहीं अब वह विशाल के साथ कॉमेडी फिल्म करने की तमन्ना रखती हैं.
यह बात बहुत कम लोगों को पता है कि हैदराबाद में पली-बढ़ी तब्बू मूल रूप से कश्मीरी हैं. बताया जाता है कि 'हैदर' के लिए तब्बू की हामी की तमाम वजहों में एक बड़ी वजह फिल्म का कश्मीरी पृष्ठभूमि पर आधारित होना भी था. तब्बू कहती हैं, 'जब विशाल ने बताया कि इस फिल्म की पूरी शूटिंग कश्मीर में होगी तो मेरे लिए इससे अच्छी बात कोई और हो ही नहीं सकती थी. इससे मुझे कुछ दिनों के लिए ही सही लेकिन अपने परिवार के करीब रहने का मौका मिलनेवाला था. लेकिन अफसोस विशाल ने फिल्म की आधी शूटिंग पतझड़ के मौसम में और आधी फिल्म ठंड के मौसम में की.'
तब्बू बताती हैं कि उनके लिए नवंबर, दिसंबर और जनवरी महीनों में कश्मीर में शूटिंग करना सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण था. उस दौरान ठंड इतनी ज्यादा थी कि हर तब्बू के दांत कटकटाते रहते थे और आंख-नाक से पानी बहता रहता था. तब्बू कहती हैं, 'सच कहूं तो आज भी उस ठंड को याद कर मेरे रौंगटे खड़े हो जाते हैं. इसमें कोई दो राय नहीं है कि कश्मीर की पृष्ठभूमि पर जटिल किरदारों के बुने गए ताने-बानों के साथ 90 के दशक की राजनीति को विशाल ने खूबसूरती के साथ 'हैदर' के जरिए परोसने की कोशिश की है.'
अब कॉमेडी की तैयारी में हैं विशाल
'हैदर' के साथ विशाल ने विलियम शेक्सपियर के दुखांत नाटकों से प्रेरित अपनी तीन फिल्मों की तिकड़ी पूरी कर ली है. इसके साथ ही अब वह शेक्सपियर की कॉमेडी नाटकों की तिकडी पूरी करने की योजना बना रहे हैं. विशाल की इस योजना से तब्बू काफी उत्सहित हैं. तब्बू कहती हैं, 'मैंने विलियम शेक्सपियर के कॉमेडी नाटकों के बारे में काफी सुना है. अब जब विशाल उनके दुखांत नाटकों के बाद कॉमेडी नाटकों पर फिल्म बनाने जा रहे हैं तो मुझे उनसे काफी उम्मीदें हैं. आखिर मुझे भी तो रील लाइफ में मजेदार पलों की जरूरत है.'