1 मार्च को शुरू हुई तमिलनाडु फिल्म प्रोड्यूसर्स काउंसिल (TFPC) की हड़ताल आखिरकार खत्म हो गई है. तमिल फिल्म प्रोड्यूसर्स और डिजिटल सर्विस प्रोवाइडर (DSP) के बीच मीटिंग के बाद हड़ताल खत्म की गई.
48 दिन चली ये हड़ताल तमिल सिनेमा का सबसे लंबा प्रोटेस्ट है. इस हड़ताल में तमिल फिल्म फ्रेटर्निटी ने पूरा साथ दिया और कोई नई फिल्म रिलीज नहीं की. हड़ताल की वजह से तमिल फिल्म इंडस्ट्री को 10 करोड़ प्रति दिन का नुकसान होने की खबर है. अब अगले हफ्ते से तमिल फिल्में रिलीज होना शुरु हो जाएंगी.
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हड़ताल खत्म होने के बाद क्या नतीजा निकला
#1. प्रोड्यूसर और क्रिटिक धनंजयन का कहना है कि अब फिल्म के डिजिटल एग्जिबिशन का खर्चा 30% कम होगा. 1 जून से थियेटर में टिकटिंग कंप्यूटराइज होगी. इससे कोई भी टिकट पर ज्यादा पैसे नहीं वसूल पाएगा.
#2. छोटी फिल्मों के लिए टिकट के रेट कम हो सकेंगे और बड़ी बजट की फिल्मों के लिए रेट बढ़ सकते हैं. ये फ्लैक्सी टिकट प्राइसिंग कहलाएगा.
- Computerized Ticketing from June 1st..
- Flexible Tkt pricing depending on the budget..
- #TFPC to start it's own online ticketing portal with lower bkng charge
- #TFPC will do mastering
- #Qube to reduce E-Cinema VPF to 5,000 from 9,000.. Full run - From 22,000 to 10,000
— Ramesh Bala (@rameshlaus) April 17, 2018
#3. TFPC टिकट बुकिंग के लिए ऑनलाइन पोर्टल लाने जा रहे हैं. जिसके लिए 4-5 रुपये ही कमीशन के तौर पर लिया जाएगा. ऐसे में फायदा प्रोड्यूसर्स के लिए ही नहीं दर्शकों के लिए भी है.
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#4. डायरेक्टर संतोष का कहना है कि डिजिटल सर्विस प्रोवाइडर (DSP) 12% से ज्यादा रेट में कटौती नहीं करते थे, अब 40% पर आ गए हैं. एग्जिबिशन कोस्ट आधा हो गया है. इससे छोटे बजट की फिल्मों को फायदा होगा.
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तमिल सिनेमा की हड़ताल की वजह से सुपरस्टार रजनीकांत को भी अपनी फिल्म काला की रिलीज डेट पोस्टपोन करनी पड़ी थी. काला के मेकर्स लंबे समय से फिल्म रिलीज करने की फिराक में थे. एक्टर की फिल्म 27 अप्रैल को रिलीज होनी है.
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क्यों की गई थी हड़ताल
तमिलनाडु फिल्म प्रोड्यूसर्स काउंसिल की ये हड़ताल डिजिटल सर्विस प्रोवाइडर (DSP) के रवैये के खिलाफ थी. तमिल फिल्म जगत DSP के मनमानी कर रकम वसूलने से नाराज था. प्रोड्यूसर्स काउंसिल DSP से डिजिटल प्रोजेक्टर्स के रेट कम करने की मांग कर रहे थे.