तापसी पन्नू पिछले कुछ सालों में अपनी फिल्मोग्राफी से अपना खुद का दर्शक वर्ग स्थापित कर चुकी हैं. साउथ की फिल्मों से अपने करियर की शुरुआत करने वाली तापसी ने बॉलीवुड में मेनस्ट्रीम और ऑफबीट फिल्मों के फासले को कम करने में कामयाबी पाई है. कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाली तापसी के लिए स्क्रिप्ट सबसे अहम है. वे सिस्टेमेटिक तरीके से अपने आपको बॉलीवुड में टॉप पर पहुंचाने में कामयाब रही हैं. हालांकि वे अब भी अपने आपको सुपरस्टार नहीं मानती हैं और साफ कहती हैं कि उन्हें अभी स्टारडम के लिए लंबा सफर तय करना है.
उन्होंने साल 2010 में साउथ इंडियन फिल्मों से अपने करियर की शुरुआत की थी. उन्होंने ये करियर प्लान नहीं किया था लेकिन जब उन्हें अच्छे रिएक्शन्स मिलने लगे तो उन्होंने एक्टिंग के बारे में गंभीरता से सोचना शुरू किया. साल 2013 में उन्होंने डेविड धवन की कॉमेडी के साथ बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत की. लेकिन साल 2015 में अक्षय कुमार के साथ फिल्म बेबी में अपने 10 मिनट के रोल के बाद उन्हें नोटिस किया गया. अपने छोटे से रोल से ही वे अक्षय की साल 2017 में आई फिल्म नाम शबाना में लीड रोल हासिल करने में कामयाब रहीं.
बॉलीवुड में महज पांच-छह सालों में उन्होंने 'बदला' और 'गेम ओवर' जैसी बेहतरीन साइकोलॉजिकल थ्रिलर फिल्में दी हैं. इसके अलावा उन्होंने मुल्क और पिंक जैसी शानदार सोशल ड्रामा फिल्मों में अहम भूमिका निभाई है. मुद्दों पर आधारित फिल्मों को वरीयता देने वाली तापसी अपनी अगली फिल्म में एक बूढ़ी महिला के किरदार में नज़र आएंगी. एक बार फिर तापसी लीक से हटकर रोल में दिखेंगी क्योंकि बॉलीवुड में स्टार्स अक्सर उम्र से बड़े रोल्स में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाते हैं.
तापसी एक नॉन फिल्मी बैकग्राउंड से हैं और उन्होंने भी टॉप पर पहुंचने के लिए काफी संघर्ष किया है. तापसी दूसरे की तरह दूसरे स्टार्स पर विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोरने की कोशिश करती हैं. हालांकि ऐसा भी नहीं है कि तापसी मुद्दों पर कुछ कहती नहीं हैं बल्कि वे अपने व्यंग्य भरे अंदाज में अपनी बात कह जाती है. गेम ओवर की शूटिंग के दौरान जब उनके हाथ घायल हुए थे तब उन्होंने अरसे से शिफॉन की साड़ियों में पहाड़ों की वादियों में नाचती एक्ट्रेसेस पर व्यंग्य किया था.
इसके अलावा वे काफी सेल्फ अवेयर भी हैं, इसलिए लगातार सफलता के बावजूद अपने आपको स्टार नहीं बल्कि एक्टर मानती हैं. वे हीरो को जेंडर से जोड़कर नहीं देखती हैं और अपने रैडिकल विचारों के सहारे फिल्मों में हीरो की परिभाषा गढ़ने को लेकर दृढ़ दिखती हैं.
तापसी बेहद महत्वाकांक्षी हैं और बॉलीवुड में सेफ खेलने नहीं आई हैं. अगर ऐसा होता तो वे इंजीनियरिंग में ही कंफर्टेबल जॉब कर रही होतीं. उन्हें चुनौतियां पसंद हैं. तापसी एक आर्टिस्ट की तरह सत्ता के खिलाफ अपना पक्ष भी रखती हैं और दूसरे सितारों से इतर सरकार के आगे पीछे नजर नहीं आती हैं.