{mosimage}स्वयंवर के बाद राखी सावंत एक बार आरोपों के घेरे में हैं. एक फिल्म के निर्माता-निर्देशक ने राखी सावंत पर विश्वासघात करके रकम हड़पने का आरोप लगाया है. राखी पर आरोप है कि राखी ने पहले उनकी फिल्म काम करने के लिए पेशगी ले ली और जब तारीख करीब आयी तो वे चंपत हो गईं.
निर्माता का फोन भी नहीं उठातीं
बॉलीवुड की अव्वल दर्जे की आइटम गर्ल राखी सावंत को आरोपों के कटघरे में खड़ा किया है एक फिल्म के निर्माता-निर्देशक ने. उस फिल्म का नाम है, लव खिचड़ी. फिल्म लव खिचड़ी में राखी सावंत को एक नौकरानी का किरदार करना था. फिल्म निर्देशक ए श्रीनिवास इल्जाम लगा रहे हैं कि उन्होंने राखी सावंत को बाकायदा इस फिल्म के लिए बयाना यानी टोकन मनी भी दे दी थी, लेकिन जब शूटिंग की तारीख आयी, तो वे लापता हो गई. और तो और फिल्म के निर्माता-निर्देशक का यहां तक आरोप है कि जब उन्होंने राखी को फोन लगाया तो राखी ने फोन भी नहीं उठाया.
आरोपों से राखी ने किया इनकार
निर्माता-निर्देशक का कहना है कि राखी ने ये रोल 5 लाख रुपए में साइन किया था. फिल्म के डारेक्टर का कहना है कि पहले वो नौकरानी के रोल के लिए सोनाली कुलकर्णी को ले रहे थे, लेकिन राखी ने कहा कि वो ये रोल काफी अच्छे से कर सकती है, तो उन्होंने लव खिचड़ी में राखी को नौकरानी का रोल दे दिया. हालांकि राखी का कहना है कि लव खिचड़ी के निर्माता-निर्देशक के आरोप बेबुनियाद है, वो तो उन्हें जानती तक नहीं हैं. हैरत में डालने वाली बात ये है कि राखी लव खिचड़ी के निर्माता-निर्देशक के साथ पहले भी फिल्म पैसा वसूल में आइटम नंबर कर चुकी हैं. साथ ही करन जौहर के शो कॉफी विद करन में राखी लव खिचड़ी के बारे में बता चुकी हैं.
अब पछता रहे हैं निर्माता
फिल्म लव खिचड़ी इस शुक्रवार को रिलीज़ हो रही है, लेकिन सवाल ये उठता है कि राखी ने ये सब क्यों किया. क्या राखी पब्लिसिटी के उस मुकाम पर पहुंच चुकी हैं कि उन्हें नौकरानी का किरदार करियर के लिए मुनासिब नहीं लगा. डायरेक्टर उस दिन को कोस रहे हैं जब उन्होंने राखी की अपनी फिल्म 'लव खिचड़ी' में नौकरानी का रोल ऑफर किया था. डायरेक्टर को दुख इस बात का है कि राखी सावंत ने पहले उनकी फिल्म पैसा वसूल में भी काम किया है, लेकिन अब राखी ने उनको पहचानने तक से इनकार कर दिया है. राखी के इस रूखे व्यवहार से यूनिट खफा है और चाहती है आइटम गर्ल को सबक सिखाना. राखी का नौकरानी का रोल बाद में सोनाली कुलकर्णी ने किया.
ठगा महसूस कर रहे स्वयंवर के दूल्हे
राखी के स्वयंवर में आये लगभग सभी 16 दूल्हे अब खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं. जिस राखी को वो अपना बनाने आये थे वो राखी अब धोखेबाज लगने लगी है. टीवी पर स्वयंवर रचकर इतिहास रचने वाली राखी पर शो के दौरान ही इल्जामों की बौछार हो गई. बडी धूमधाम से राखी ने अपने स्वयंवर की शुरुआत की थी. राखी से शादी का सपना संजोकर आये 16 नौजवानों ने राखी का दिल जीतने के लिए लाख जतन किये, लेकिन जब एक-एक करके राखी ने दूल्हों को रिजेक्ट करना शुरू किया तो स्वयंवर का सच भी दूल्हों के साथ बाहर आने लगा.
अब राखी लगने लगीं धोखेबाज
राखी के स्वयंवर में ऐसे कई दूल्हे थे, जिनको राखी पसंद करने लगी थीं. राखी ने उनके प्यार को आजमाया, उनसे मिलकर घंटो बातें की और जब लगने लगा कि शायद राखी को अपना हमसफर मिल गया बस तभी राखी उसमें कोई ना कई बुराई ढूंढ उसे शो से बाहर कर देती. कुछ ऐसा ही हुआ था ऋषिकेश के मनमोहन तिवारी के साथ. राखी को अपनी बातों और अदाओं से रिझा चुके मनमोहन को लगने लगा था कि राखी की आखिरी पसंद वही हैं. राखी उनके घर ऋषिकेश भी गई, लेकिन जब फैसला सुनाने का वक्त आया तो राखी को मनमोहन धोखेबाज़ नजर आने लगे. {mospagebreak}उन्होने मनमोहन को स्वयंवर से बाहर का रास्ता दिखा दिया. राखी ने यहां तक कह दिया कि उनका दिल टूट गया है और स्वयंवर से बाहर जाने की धमकी तक दे डाली.
अभी सिर्फ सगाई की, शादी नहीं
{mosimage}लेकिन लगता है राखी का दिल काफी मज़बूत था वो फिर लौट आई. एक बार फिर बचे हुए दूल्हों को मौका देने के लिए. शायद राखी के इसी अंदाज को देखकर शो में आए दूल्हों को ये महसूस होने लगा था कि राखी उन्हें धोखा दे रही हैं. अब स्वंयवर के नियमों के मुताबिक राखी को किसी एक को तो अपना दूल्हा चुनना ही था, लिहाजा फाइनल तक पहुंचे दिल्ली के मानस और क्षितिज को दरकिनार कर राखी ने परदेसी बाबू इलेश को अपना दूल्हा चुन लिया लेकिन उनसे शादी नहीं की. सगाई कर शादी को टालने वाली राखी के इस फैसले ने एक बार फिर ये सोचने पर मजबूर कर दिया कि कहीं राखी का स्वयंवर सिर्फ पब्लिसिटी का तमाशा तो नहीं था. अगर ऐसा है तो स्वयंवर में आए दूल्हे खुद को धोखेबाजी का शिकार तो समझेगे ही.
नेक नहीं नजर आते इरादे
राखी ने सारी दुनिया के सामने इलेश के गले में वरमाला डालकर अपने दूल्हे को चुन लिया, लेकिन देश के सबसे बड़े स्वयंवर का सबसे बड़ा सस्पेंस अब भी बरकरार है. राखी ने जिसे अपना दूल्हा चुना है, क्या राखी उसी के नाम का सिन्दूर भी अपनी मांग में सजाएगी. राखी की मानें तो उन्होने इलेश से शादी करने का फैसला कर लिया है. अब सवाल ये है कि अगर राखी ने शादी का फैसला कर ही लिया है तो फिर स्वयंवर में सगाई की जगह शादी क्यों नहीं की. स्वयंवर के फैसले के वक्त राखी के हाव भाव और उनकी बातों से राखी के इरादे नेक नज़र नहीं आते.