गोवा अंतराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में 'न्यूड' और 'एस दुर्गा' फिल्म को नहीं दिखाए जाने के फैसले के बाद. इस फेस्टिवल के जूरी के प्रमुख सुजॉय घोष ने भले ही विरोधस्वरूप अपना इस्तीफा दे दिया हो, लेकिन सरकार इसके बावजूद अपने रूख पर कायम है. ये दोनों फिल्में किसी भी हालत में फिल्म फेस्टिवल में नहीं दिखाई जाएंगी.
सुजॉय घोष के इस्तीफे को लेकर श्याम बेनेगल समेत कई बड़ी फिल्मी हस्तियों ने सरकार की आलोचना की है. लेकिन सूचना प्रसारण मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक उनके इस्तीफे से सरकार बिल्कुल दबाव में नहीं आएगी और इन फिल्मों के बारे में सरकार का फैसला नहीं बदलेगा.
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सूत्रों के मुताबिक, सुजॉय घोष भले ही जूरी के अध्यक्ष हो लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि फिल्म समारोह में फिल्म दिखाए जाने के बारे में सरकार के नियम साफ करते हैं कि असाधारण परिस्थितियों में सूचना और प्रसारण मंत्रालय के पास अधिकार है कि वो किसी भी ऐसी फिल्म को दिखाए जाने पर रोक लगा सके जिससे देश की एकता, अखंडता, सुरक्षा को खतरा पैदा हो सकता हो या फिर कानून व्यवस्था या पड़ोसी देशों के साथ संबंध पर असर पडता हो.
विवाद के बाद फिल्म का नाम बदलकर S Durga कर दिया गया. मंत्रालय ने इस फिल्म को मुंबई फिल्म फेस्टिवल में नहीं दिखाए जाने के बारे में फिल्म महोत्सव की डायरेक्टर अनुपमा चोपड़ा को 19 सितंबर को चिठ्टी लिखी थी. उसमें कहा गया है कि दुर्गा हिन्दुओं की एक प्रमुख देवी का नाम है और मंत्रालय का मानना है कि अगर इस फिल्म को फिल्म फेस्टिवल में दिखाए जाने की अनुमति दी जाती है तो इससे लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचेगी. वहीं कानून व्यवस्था को लेकर समस्या पैदा हो सकती है.
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इस फिल्म को 12 से 18 अक्टूबर 2017 को मुम्बई फिल्म फेस्टिवल में दिखाए जाने की अनुमति नहीं दी गई थी. तब भी मंत्रालय ने ही इस फिल्म को दिखाए जाने के बारे में MAMI (Mumbai Academy of Film Image) के अनुरोध को ठुकरा दिया था . सुजॉय घोष ने तब इस मामले पर कुछ नहीं कहा था और चुप क्यों रहे.
मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक एस दुर्गा फिल्म में मलयाली भाषा के कई बेहद ही आपत्तिजनक अश्लील शब्दों का प्रयोग किया गया है. ऐसी फिल्म को फिल्म महोत्सव में नहीं दिखाया जा सकता. 'न्यूड' फिल्म के बारे में मंत्रालय का तर्क है कि ये फिल्म तकनीकी तौर पर पूरी नहीं है. पर सूत्रों के मुताबिक सरकार को इसके पोस्टर पर आपत्ति थी जिसमें नग्नता दिखाई गई है.
सूत्रों के मुताबिक, गोवा फिल्म फेस्टिवल से बाहर होने के बाद इस फिल्म के डायरेक्टर शशिधरन काफी हंगामा मचा रहे हैं. लेकिन इसी साल दिसम्बर में होने वाले केरल के अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव से शशिधरन ने खुद अपनी फिल्म वापिस कर ली थी क्योंकि इस फिल्म को उस समारोह में महत्वपूर्ण फिल्मों की श्रेणी में शामिल नहीं किया गया था.
जानकारों के मुताबिक सरकार इस बात से भी नाराज है कि इस फिल्म को लेकर चल रहे विवाद के बीच शशिधरन ने विरोध जताते हुए फेसबुक पर जिन शब्दों की इस्तेमाल किया था. My Durga is not your powerful goddess. My Durga is the common Indian girl on the street, for whom you have no sentiment at all. सरकार को उनके विरोध की ये भाषा नागवार गुजरी है.
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