scorecardresearch
 

5 पॉइंट्स में जानें, कहां फ्यूज हो गई सलमान की ट्यूबलाइट

सलमान की ट्यूबलाइट अच्छी है लेकिन बजरंगी भाईजान और सुल्तान के मामले में फिल्म हल्की है. जानें वो 5 बातें जिनसे ट्यूबलाइट की रोशनी फीकी पड़ी गई...  

Advertisement
X
Salman Khan in Tubelight
Salman Khan in Tubelight

Advertisement

सलमान खान की ट्यूबलाइट रिलीज हो गई है. उनके फैन्स बेसब्री से इसका इंतजार कर रहे थे. लेकिन अगर आप बजरंगी भाईजान या सुल्तान की उम्मीद से फिल्म देखने जा रहे हैं तो आप निराश होंगे.


बेशक ट्यूबलाइट से बहुत अपेक्षाएं लेकर न जाएं. जानें किन 5 बातों में मात खा सकती है सलमान की ये फिल्म :

सलमान खान से हटके क्या है ट्यूबलाइट में, 7 पॉइंट्स में जानें

पॉइंट 1- सलमान खुद हैं फैक्टर
दर्शकों को सलमान को फिट बॉडी और एक्शन सीन में देखने की आदत है. वे इसी के मुरीद हैं. लेकिन सलमान खान तो ट्यूबलाइट में पेट बढ़ाकर ओवर इमोशनल अंदाज में नजर आ रहे हैं, वह उनकी बॉक्स ऑफिस इमेज से मैच नहीं करता है.

यही वजह है कि जहां टयूबलाइट के पहले दिन के सुबह के शोज खाली थे वहीं हॉल में वो सीटियां और तालियां भी बजीं, जिसके लिए उनके फैन्स जाने जाते हैं.

Advertisement

पॉइंट 2- सोहेल खान को क्यों लिया
सोहेल खान के साथ फिल्म में सलमान का भाई भाई का प्यार दिखता है लेकिन इससे ज्यादा उनके बारे में बात करना ज्यादती होगी. अर्से बाद सोहेल पर्दे पर दिखे हैं और लगता है कि स्क्रीन से उनकी दूरी सही भी है.

बेहतर होता कि उनकी जगह किसी अच्छे करैक्टर आर्टिस्ट को लिया जाता है. ऐसा करने से सीन्स का इंपैक्ट कुछ और ही होता.

पॉइंट 3- म्यूजिक भी फ्यूज
ट्यूबलाइट फिल्म म्यूजिक के मामले में भी फ्यूज है. रेडियो को छोड़ दिया जाए तो और कोई गाना आपको याद नहीं रहेगा. जबकि सलमान की फिल्मों में म्यूजिक भीड़ खींचने वाला एक जबरदस्त फैक्टर रहा है.

ट्यूबलाइट से शाहरुख की तस्वीरें लीक, जादूगर के रोल में आए नजर

पॉइंट 4- कबीर ने खूब खींची फिल्म
कबीर खान के बारे में ये बात हम शर्तिया कहेंगे कि वह पर्दे पर इंटरनेशनल इमोशंस दिखाने के मास्टर हैं. लेकिन महान फिल्म बनाने के चक्कर में उन्होंने फिल्म का सेकंड हाफ इतना खींचा है कि आप आराम से बाथरूम होकर वापस आ सकते हैं. और आपको लगेगा भी नहीं कि आपने कुछ मिस किया है.

Film Review: इमोशनल ड्रामा है सलमान की 'ट्यूबलाइट'

पॉइंट 5- इतने इमोशंस भी अच्छे नहीं लगते
फिल्म का एंड भी पचाना थोड़ा मुश्किल है. ट्यूबलाइट को सुखद अंत देने के लिए ही इसे फ्रेम किया गया है लेकिन इसे देखने के बाद आप यही कहेंगे- भाई हमें यकीन है कि ये थोड़ा ज्यादा हो गया...

हां लेकिन ट्यूबलाइट में रोशनी देने वाले और भी फैक्टर हैं. रेडियो सॉन्ग, ओम पुरी की प्रेजेंस, जीशान अयूब का अभिनय, चाइल्ड एक्टर माटिन की क्यूटनेस, चीनी एक्ट्रेस जूजू की ब्यूटी ऐसे फैक्टर हैं जो सलमान के स्टारडम के साथ ट्यूबलाइट को चमकने में मदद करते हैं.


Advertisement
Advertisement