जब पहला लुक आया था तो उड़ता पंजाब एक सॉलिड मुद्दे पर दमदार फिल्म लग रही थी. लेकिन बाद में तमाम विवादों में कहीं यह मुद्दा ही खो गया है और रिलीज की तारीख करीब आने के साथ ही फिल्म को लेकर बयानबाजी और आरोपों का सिलसिला जारी है. जानें पिछले चंद दिनों में इस फिल्म के साथ क्या से क्या हो गया-
सेंसर बोर्ड की आपत्ति को लेकर विवादों में घिरी अनुराग कश्यप की फिल्म 'उड़ता पंजाब' को सेंसर बोर्ड ने 13 कट के साथ 'ए' सर्टिफिकेट देकर पास कर दिया है. सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने रविवार को ये जानकारी दी. उन्होंने कहा कि फिल्मों को सीबीएफसी की गाइडलाइन्स को ध्यान में रखते हुए सर्टिफिकेट दिया जाता है.
13 कट के साथ किया पास
पिछले दिनों अनुराग कश्यप की फिल्म 'उड़ता पंजाब' में 89 कट लगाने का दबाव बनाने वाले केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के अध्यक्ष
पहलाज निहलानी ने कहा कि 13 कट लगाने के बाद फिल्म को 'ए' सर्टिफिकेट दिया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि फिल्म के निर्माताओं से कभी
फिल्म के नाम से पंजाब हटाने के लिए नहीं कहा गया था. फिल्म को रविवार देर शाम 'ए' सर्टिफिकेट दिए जाने के बाद निहलानी ने बताया, 'उड़ता पंजाब
को ए सर्टिफिकेट के साथ पास कर दिया गया है. हमने इसमें 13 कट लगाए हैं.'
हाई कोर्ट के फैसले का इंतजार
फिल्म की निर्माता कंपनी फैंटम फिल्म्स ने सेंसर बोर्ड की तरफ से सुझाए गए कट के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. बोर्ड ने फिल्म में करीब 13 कट के अलावा इसके नाम से 'पंजाब' शब्द हटाने के लिए कहा था. हाई कोर्ट सोमवार को इस पर अपना फैसला सुना सकता है.
विवाद की आग में राजनीति का घी
विवादों में घिरी फिल्म 'उड़ता पंजाब' ने अब वो राजनीतिक रंग ले लिया है जिसमे घिरकर फिल्म की रिलीज से
ज्यादा बात नेताओं और राजनीतिक दलों की आपसी लड़ाई पर आकर उलझ गई है. पंजाब में नशे के दलदल में
फंसे युवाओं पर आधारित उड़ता पंजाब पर सेंसर की कैंची से भड़के अनुराग कश्यप और सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म
सर्टिफिकेट यानी सीएफबीसी के डायरेक्टर पहलाज निहलानी के बीच चल रहे आरोप आग में घी डाल रहे हैं.
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पंजाब शब्द से शुरू हुआ विवाद
दरअसल अपने नाम और कहानी को लेकर यह फिल्म रिलीज से पहले ही काफी चर्चा में थी. सेंसर बोर्ड के बाद
अपील ट्रिब्यूनल ने फिल्म से पंजाब शब्द हटाने का आदेश दिया और विवाद शुरू हो गया. अनुराग कश्यप ने कहा
की सूचना और प्रसारण मंत्रालय को दखल देना चाहिए और वो इस बात से निराश हैं कि मंत्री उनकी सुनवाई नहीं
कर रहे.
निहलानी का क्या है कहना?
इस मसले पर सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी का कहना है कि फिल्म पर बेवजह विवाद खड़ा किया जा
रहा है. यह सब कुछ अनुराग कश्यप का पब्लिसिटी स्टंट है. फिल्म के 73 फीसदी हिस्से को मंजूरी दी गई है.
फिल्म में 89 कट की बात नहीं की गई है. मैंने अनुराग से बात नहीं की है. फिल्म में कट पैनल सदस्यों की
सलाह पर निर्भर करता है. अनुराग की ओर से लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद हैं.
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अनुराग ने निहलानी से माफी की मांग की
अनुराग ने कहा कि सेंसर बोर्ड के चेयरमैन पहलाज निहलानी को माफी मांगनी चाहिए. उनके कार्यकाल में कई
फिल्में ट्रिब्यूनल में हैं. हमारी बात को गलत समझा गया. हम अपनी जिम्मेदारी समझते हैं. एक आदमी पूरे देश
की नैतिकता तय नहीं कर सकता. सेंसरशिप के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी. निहलानी ने अनुराग पर आम
आदमी पार्टी से पैसे लेने का आरोप लगाया था.
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अमिताभ ने किया मूवी का बचाव
कंट्रोवर्सी पर अमिताभ ने भी अनुराग का बचाव किया. अमिताभ बच्चन ने कहा, 'किसी भी फिल्म में कांट-छांट
करने के बजाए फिल्म का प्रमाणन करना चाहिए. कलाकारों को रचनात्मकता की छूट होनी चाहिए.' इससे पहले
इंडियन फिल्म एंड टीवी डायरेक्टर्स एसोसिएशन ने फिल्म का सपोर्ट किया. महेश भट्ट ने इस विवाद पर कहा कि
भारत सऊदी अरब नहीं बन सकता है, हम अनुराग कश्यप के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस
में महेश भट्ट, अनुराग कश्यप , सतीश कौशिक और जोया अख्तर के अलावा कई प्रमुख फिल्ममेकर्स मौजूद थे.
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सेंसर बोर्ड ने ये 13 कट्स लगाने को कहा है...
क्या हुआ बुधवार को कोर्ट में...
फिल्ममेकर अनुराग कश्यप ने बॉम्बे हाईकोर्ट में सेंसर बोर्ड के खिलाफ अपील की है. इसी पर सुनवाई होनी है.
बुधवार को कोर्ट ने सुनवाई के दौरान बोर्ड को अपना पक्ष रखने को कहा. 13 कट्स के साथ 'A' सर्टिफिकेट
के सुझाव पर फिल्ममेकर्स गुरुवार को जवाब देंगे. इस बीच फिल्म की रिलीज डेट भी 17 जून से जुलाई शिफ्ट
कर दी गई है. अनुराग ने निहलानी पर आरोप लगाए और कहा, 'फिल्ममेकर्स को ही क्यों बार-बार ईमानदारी
साबित करनी पड़ती है?' इसके जवाब में निहलानी ने कहा, 'फिल्म में पंजाब के 70% लोगों को ड्रग्स लेते
दिखाया गया है. फिल्म बनाने के लिए आम आदमी पार्टी ने पैसे दिए हैं. सीन काटने का फैसला पूरे पैनल का है.
सिर्फ मेरा नहीं.'
खो गया मुद्दा
तमाम तर्कों और बयानों के बीच फिल्म पहेली सी बन गई है. जिस मुद्दे को उठाया जाना था, वह तो दब ही गया.
उम्मीद है कि कट्स और तनाव के बावजूद आंखों खोलने वाली एक अच्छी फिल्म सामने आएगी और इसे हम
उम्दा अभिनय के लिए भी याद करेंगे.