विक्की कौशल वो अभिनेता हैं जिनके करियर का ग्राफ पिछले कुछ सालों में बहुत तेजी से ऊपर गया है. जाहिर तौर पर इसका पूरा श्रेय उनकी मेहनत और उनके अभिनय को जाता है. क्योंकि विक्की कौशल के पिता एक एक्शन डायरेक्टर थे तो बहुत लोगों को ये लगता है कि विक्की वो अभिनेता हैं जो सिल्वर स्पून हाथ में लेकर पैदा हुए. लेकिन क्या वाकई उनके मामले में ऐसा था? विक्की के 32वें बर्थडे पर आइए जानते हैं उनके करियर से जुड़े कुछ दिलचस्प तथ्य.
विक्की कौशल के दिल में शुरू से अभिनय की चाह नहीं थी. स्कूल से लेकर कॉलेज तक वह एक्टिंग करते जरूर रहे लेकिन उन्होंने एक्टिंग को अपना प्रोफेशन बनाने के बारे में कभी नहीं सोचा था. वह इंजीनियर बनना चाहते थे. लेकिन जब पढ़ाई के दौरान पहली बार उन्हें एक इंडस्ट्री का विजिट कराया गया तो विक्की आश्वस्त थे कि उन्हें कम से कम ये काम तो नहीं करना है. विक्की को उसी दिन अपनी लाइफ की किक मिल गई थी. उन्होंने अपने पिता को इस बारे में बताया और मायानगरी में अपना करियर तलाशने लगे.
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16 मई को अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे विक्की ने गैंग्स ऑफ वासेपुर में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम किया था. वह रोज बैग में कुछ जोड़ी कपड़े और एक ट्रिमर लेकर रवाना होते थे ताकि जैसा भी रोल हो उसके लिए ऑडीशन दे सकें. फिल्म मसान के लिए विक्की की तैयारी बहुत पक्की थी. एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि वह कई हफ्ते पहले बनारस पहुंच गए थे. वहां वह चाय की दुकानों पर जाकर लोगों की बातचीत रिकॉर्ड किया करते थे और उसे घर आकर नोट करते थे.
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मां की सीख आती है काम
इसके बाद विक्की उन डायलॉग्स को बनारस के अंदाज में बोलने की कोशिश करते थे. विक्की का कहना है कि वह अपनी फिल्मों का चुनाव करते वक्त इस बात का विशेष ध्यान रखते हैं कि कहानी दमदार हो. उनका मानना है कि कहानी चलती है. अगर कहानी चलने वाली है तो उसका हीरो बनना चाहिए. विक्की ने बताया कि वह अपनी मां की इस सीख को हमेशा याद रखते हैं कि अपनी कोशिश पूरी करनी चाहिए नतीजे के बारे में फिक्र करके कोई फायदा नहीं होने वाला.