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इंदिरा गांधी की बायोपिक में क्यों काम कर रही हैं विद्या बालन? एक्ट्रेस ने बताया

ये एक वेबसीरीज होगी जिसमें इंदिरा का किरदार विद्या निभाएंगी. एक ऐसे दौर में जब कई सितारे मौजूदा सरकार के करीब दिखने की कोशिश करते हैं, ऐसे में विद्या ने इंदिरा गांधी का रोल क्यों चुना, इस पर विद्या ने बात करते हुए कहा कि जब भी मैं पावरफुल महिलाओं के बारे में सोचती हूं तो मेरे जहन में इंदिरा गांधी का नाम सबसे पहले आता है.

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इंदिरा गांधी और विद्या बालन
इंदिरा गांधी और विद्या बालन

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विद्या बालन आजकल एक हैप्पी स्पेस में हैं. वे अपने कई प्रोजेक्ट्स के चलते बिजी हैं और उनकी फिल्म मिशन मंगल भी बॉक्स ऑफिस पर शानदार कमाई कर रही है. इसके साथ ही वे इंदिरा गांधी की बायोपिक में अपनी लीड भूमिका को लेकर भी चर्चा में हैं.

ये एक वेबसीरीज होगी जिसमें भारत की पूर्व प्रधानमंत्री रहीं इंदिरा गांधी का किरदार विद्या निभाएंगी. एक ऐसे दौर में जब कई सितारे मौजूदा सरकार के करीब दिखने की कोशिश करते हैं, ऐसे में विद्या ने इंदिरा गांधी का रोल क्यों चुना, इस पर विद्या ने बात करते हुए कहा कि 'जब भी मैं पावरफुल महिलाओं के बारे में सोचती हूं तो मेरे जहन में इंदिरा गांधी का नाम सबसे पहले आता है. मैं पार्टी पॉलिटिक्स में विश्वास नहीं करती और मेरा किसी भी पॉलिटिकल पार्टी से कोई संबंध नहीं है. ये वेब सीरीज़ किसी पॉलिटिकल पार्टी के बारे में नहीं बल्कि एक इंसान के बारे में है.'

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Tonight for a special #MissionMangal screening for #BMC Outfit - @krupakapadialabel Makeup - @shre20 Hair - @bhosleshalaka Styled by - @who_wore_what_when

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उन्होंने इस वेबसीरीज़ के शेड्यूल के बारे में बात करते हुए कहा, 'इस सीरीज की शूटिंग में थोड़ा समय लगेगा क्योंकि ये एक वेबसीरीज़ है और इसे तैयार करने में काफी चीज़ों पर काम करना बाकी है तो हो सकता है कि इस सीरीज़ की शूटिंग में साल भी लग सकते हैं.' विद्या मिनी वैद्य की बुक लॉन्च पर मीडिया से बातचीत कर रही थीं.

विद्या इस प्रोजेक्ट के अलावा जल्द ही शंकुतला देवी का किरदार निभाते हुए भी नज़र आएंगी. शंकुतला देवी एक विख्यात गणितज्ञा है. मिशन मंगल के बाद इस फिल्म में काम करने के बारे में उन्होंने कहा कि 'साइंस से मैथ्स तक के इस सफर ने मेरे सपने को साकार किया है. कई दक्षिण भारतीय साइंस और मैथ्स लेते हैं और मुझे उम्मीद है कि मेरे घरवाले अब काफी संतुष्ट होंगे क्योंकि मैं एक ही साल में दो अलग-अलग दुनिया को जीने में कामयाब रही हूं.'

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