विनोद खन्ना गुरुवार को पंच तत्व में विलीन हो गए. अपने वक्त में बॉलीवुड के सबसे हैंडसम हीरो कहे जाने वाले विनोद खन्ना के आखिरी दिनों की कहानी लोगों को और चौंकाती है. कहा जा रहा है कि जबसे परिवार और उन्हें कैंसर का पता चला था तब से ही वे लाइम लाइट से दूर हो गए थे. उन्होंने लोगों से मिलना जुलना भी बंद कर दिया था.
कैसे बीते विनोद खन्ना के आखिरी के दिन
पिछले ढाई महीने से विनोद खन्ना का गिरगांव के एचएन रिलायंस फाउंडेशन एंड रिसर्च सेंटर में इलाज चल रहा था. अप्रैल के शुरुआती दिनों में उनकी एक फोटो सामने आई थी. उस फोटो में विनोद खन्ना बेहद दुबले-पतले नजर आ रहे थे. फोटो वायरल होने के बाद खन्ना फैमिली ने इस पर एतराज भी जताया था. बताया जाता है कि खुद विनोद खन्ना उस फोटो के सामने आने से नाराज थे.
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खुद विनोद खन्ना लोगों से दूर हो गए थे
विनोद खन्ना के जमाने की अभिनेत्री रहीं अरुणा ईरानी के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स आई थी कि वे खुद लोगों से नहीं मिलना चाहते थे. विनोद खन्ना ने ही लोगों से कहा था कि वे मिलने न आएं. वह नहीं चाहते थे कि लोग उन्हें इस हाल में देखें. इसलिए उन्होंने इलाज भी मुंबई से दूर हॉस्पिटल में करवा रहे थे.
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राजनीति के दोस्त भी जानते थे बात
एक वेबसाइट पर छपे लेख के मुताबिक, विनोद खन्ना के करीबी दोस्त उनकी बीमारी के बारे में जानते थे. लेकिन इस बारे में बात न करने की उनको सख्त हिदायत दी गई थी. वैसे एक बार वह कैंसर को मात दे चुके थे लेकिन इसके दोबारा वार करने पर विनोद इस जानलेवा बीमारी से बच नहीं पाए. इसी वजह से कुछ महीने पहले वह लोकसभा की कमेटी से भी बाहर कर दिए गए. हालांकि कहा ये गया कि उन पर अनुशासत्मक कार्रवाई करते हुए यह कदम उठाया गया है.
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बेटे को पहले ही हो गया था मौत का अंदेशा
70-80 दशक के सुपरस्टार विनोद खन्ना ने गुरुवार सुबह मुंबई के अस्पताल में अंतिम सांस ली. लगभग 150 फिल्मों में काम करने वाले विनोद खन्ना ब्लैडर कैंसर से जूझ रहे थे. तीन दिन पहले ही विनोद खन्ना के बेटे राहुल खन्ना को उनकी मौत का अंदेशा हो गया था. राहुल ने तीन दिन पहले अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अस्पताल के बाहर की एक तस्वीर पोस्ट की थी और कैप्शन दिया था- एक और सूर्यास्त.