दिल्ली की एक अदालत ने कल मोहल्ला अस्सी फिल्म की रिलीज पर रोक लगा दी. खबरों में कहा गया कि यह फिल्म 3 जुलाई को रिलीज होनी थी. मजे की बात है कि रिलीज की इस तारीख के बारे में न तो निर्देशक चंद्रप्रकाश द्विवेदी को पता है, न निर्माता विनय तिवारी को और न ही मुख्य अभिनेता सनी देओल को.
डबिंग भी पूरी नहीं हुई तो रिलीज कैसे होगी
'मोहल्ला अस्सी' हिंदी के मशहूर कथाकार काशीनाथ सिंह के चर्चित उपन्यास काशी का अस्सी पर बनी फिल्म है. किश्तों में छपा यह उपन्यास साहित्यिक और सांस्कृतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया था. उसी पर आधारित इस फिल्म की अभी तक डबिंग भी पूरी नहीं हुई है लेकिन पिछले महीने इसके लीक हुए एक प्रोमो के आधार पर जगह-जगह इसके खिलाफ लोग अदालतों में पहुंचने लगे. शिकायत? यही कि यह बनारस, हिंदू संस्कृति और देवी-देवताओं की गलत छवि पेश कर रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी दिखाएंगे यह फिल्म
तिवारी तो हैरानी जताते हुए कहते हैं, 'लोग बनारस की संस्कृति को बिगाडऩे आ रहे थे, उसके प्रति आगाह करने के लिए हमने यह फिल्म बनाई और अब लोग बिना देखे ही इसके खिलाफ माहौल बना रहे हैं. अभी तो हम सेंसर बोर्ड भी नहीं गए हैं. रिलीज के लिए तैयार होने पर एक बार हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इसे दिखाने की कोशिश करेंगे. हमें पूरा विश्वास है कि एक बार अगर उन्होंने फिल्म देख ली तो इसके विषय को देखते हुए पक्के तौर पर इसे वे टैक्स फ्री करवा देंगे.' निर्देशक द्विवेदी भी कहते हैं कि फिल्म चूंकि चार साल पहले बनी थी. इसे नए सिरे से संपादित भी किया जाएगा और अभी थोड़ी डबिंग भी बाकी है. इससे पहले ही फिल्म पर रोक लग जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. सुनने में आ रहा है कि लीक प्रोमो के बाद फिल्म को लेकर बने माहौल से इसके मुक्य अभिनेता सनी देओल भी नए सिरे से इसमें रुचि लेने लगे हैं.