बॉलीवुड प्रेरणा भरी कहानियों से पूरी तरह लबरेज है. नए दौर के साथ यहां ऐसे ऐक्टर कदम रख रहे हैं जो किरदार में घुसने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. इसकी ताजा मिसाल राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता राजकुमार राव हैं. वे हंसल मेहता की फिल्म सिटीलाइट्स में गरीब दिहाड़ीदार बने हैं. इस किरदार को परफेक्शन से करने के लिए उन्होंने ऐसा काम किया जो सोच से परे था.
खबर मिली है कि वे असल जिंदगी में गरीब शख्स की तरह पेश आए और मुंबई में उन्होंने कई जगह दिहाड़ी की कोशिश की लेकिन कायमाबी हाथ नहीं लगी और आखिर में उन्हें एक कंस्ट्रक्शन साइट पर काम करने का मौका मिला.
प्रोडक्शन टीम के करीबी सूत्र बताते हैं, 'राजकुमार सांताक्रूज स्टेशन के करीब दिहाड़ी की तलाश में घूम रहे थे. इसे दूर से कैमरे से कैद किया जा रहा था औऱ सीन को फिल्म में भी डाला गया है. उन्होंने बहुत कोशिश की लेकिन कहीं काम नहीं मिला. उसके बाद वे एक कंस्ट्रक्शन साइट पर पहुंचे जहां ठेकेदार ने उन्हें 100 रु. की दिहाड़ी पर काम पर रख लिया. राजकुमार ने 100 रु. कमाने के लिए कड़ी मेहनत की और इस सीन को आप फिल्म में देख सकेंगे.'
अगर वे ऐक्टिंग को लेकर इस प्रतिबद्धता के साथ काम करते रहे तो इसमें कोई शुबहा नहीं कि वे जल्द ही एक और राष्ट्रीय पुरस्कार जीत लें.