बॉलीवुड के दिग्गज फिल्म निर्माता-निर्देशक करण जौहर मुंबई में आयोजित इंडिया टुडे कॉनक्लेव 2019 में पहुंचे. इस सेशन को सुशांत मेहता ने मॉडरेट किया. सेशन में करण जौहर ने बॉलीवुड के तमाम आयामों पर बातचीत की.
करण जौहर से जब पूछा गया कि क्या वह बॉलीवुड के राजा नहीं हैं? तो उन्होंने कहा, "बिलकुल भी नहीं. मुझे लगता है यदि कोई बॉलीवुड का राजा है तो वो है कंटेंट (कहानी). मुझे लगता है कि हम सभी उसी के आधार पर काम करते हैं. सिर्फ कहानी ही बॉलीवुड की राजा है और कोई राजा नहीं है, कोई और रानी नहीं है. कोई भी शासक नहीं हैं."
करण ने कहा, "सिर्फ सिनेमा और अच्छी कहानी ही है जो इस बात को परिभाषित करती है कि आज हमारे पास क्या कुछ मौजूद है. यदि कोई इसके अलावा किसी बात में यकीन रखता है तो मुझे लगता है कि वो गलत है और भ्रम में है." करण जौहर से जब पूछा गया कि क्या वह आज की तारीख में सबसे बड़े प्रोडक्शन हाउस नहीं हैं तो उन्होंने फिल्म कलंक का जिक्र करते हुए बताया, "हमने कुछ ही वक्त पहले एक फिल्म रिलीज की थी जो कि वैश्विक आपदा साबित हुई थी. ये एक ऐसी घटना थी जिससे हम सोचने पर मजबूर हो गए."
करण ने कहा कि सभी अपनी-अपनी कोशिशें कर रहे हैं. यदि आप इस साल के बिजनेस को नोटिस करेंगे तो पाएंगे कि किसी भी बड़े बजट की फिल्म ने कमाल का बिजनेस नहीं किया है. वहीं उरी, कबीर सिंह, ड्रीम गर्ल और छिछोरे जैसी फिल्में कमाल का बिजनेस कर रही हैं. करण ने कहा कि बड़े फिल्म स्टार्स की बात ही नहीं है और न ही बात है बड़े सेट और बड़े बजट की, सारा मामला शानदार कहानी का है. अंततः हमें लेखकों को मजबूत करने के बारे में सोचना पड़ेगा. वही असली पावरहाउस हैं.
करण जौहर ने बताया कि धर्मा, यशराज और फॉक्स के बारे में सोचना बंद करना होगा. लेखक ही वह सबसे बड़ी शक्ति हैं जो सिनेमा को जीवित बनाए रख सकते हैं. वो क्या लिखते हैं, किस तरह लिखते हैं और किस तरह से विचारों को प्रस्तुत करते हैं ये सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण चीज है.