शाहरुख खान की 'चेन्न्ई एक्सप्रेस' ने सबसे जल्दी 100 करोड़ रुपये कमाकर इतिहास रच दिया है. अपनी रिलीज के तीन दिन के अंदर ही फिल्म ने रिकॉर्ड तोड़ डाला.
हालांकि शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण को फिल्म की सफलता का क्रेडिट दिया जा रहा है, लेकिन निर्देशक रोहित शेट्टी की भी अनदेखी नहीं की जा सकती. ये वही डायरेक्टर हैं जिन्होंने 100 करोड़ के क्लब की शुरुआत की थी.
'गोलमाल 3', 'सिंघम' और 'बोल बच्चन' के बाद 'चेन्नई एक्सप्रेस' रोहित की लगातार चौथी ऐसी फिल्म है जिसने 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है. यह कहना गलत नहीं होगा कि वे बॉलीवुड के 100 करोड़ क्लब के राजा हैं.
'100 करोड़ के दबाव' में जी रहे रोहित शेट्टी अब राहत की सांस ले सकते हैं. 70 करोड़ के बजट से बनी 'चेन्नई एक्सप्रेस' अच्छा बिजनेस कर रही है और इसमें कोई शक नहीं कि यह फिल्म इस साल सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक होगी. यह बॉलीवुड की ब्लॉकबस्टर फिल्म भी हो सकती है.
लगातार चार फिल्मों की सफलता के बाद रोहित शेट्टी की तुलना मनमोहन देसाई से की जा रही है, जिन्होंने 70 और 80 के दशक में बॉलीवुड में जमकर राज किया था.
अपने पसंदीदा कलाकार अमिताभ बच्चन के साथ 'अमर अकबर एंथनी' और 'कूली' जैसी फिल्में बनाने वाले मनमोहन देसाई की ज्यादातर फिल्में बड़े पर सिल्वर जुबली या गोल्डन जुबली मनाती थीं.
रोहित अपनी फिल्मों की सफलता का श्रेय अपनी पूरी टीम को देते हैं. एक इंटरव्यू में उनका कहना था, 'चेन्नई एक्सप्रेस की सफलता का श्रेय शाहरुख और मेरी पूरी टीम को जाता है. एक निर्देशक होने के नाते मैं फिल्म का प्रतिनिधित्व करता हूं, लेकिन मेरे पीछे काफी लोगों की मेहनत है.'
ट्रेड एनालिस्ट तरन आदर्श के मुताबिक, 'रोहित शेट्टी और मनमोहन देसाई की फिल्मों की महत्ता यह है कि उनकी फिल्में जनता के लिए होती हैं. उनकी फिल्में भले ही समीक्षकों को प्रभावित ना करें, लेकिन दर्शकों को खूब मजा आता है और इनमें मनोरंजन ही मनोरंजन होता है.'
शाहरुख ने जिस तरह 'चेन्नई एक्सप्रेस' का प्रमोशन किया उससे भी फिल्म को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला. कंधे की चोट से उबर रहे शाहरुख ने फिल्म के प्रमोशन में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी. वे हर जगह गए. वे छोटे पर्दे पर दिखाई दिए, शहरों का चक्कर लगाया और यही नहीं विदेशी प्रशंसकों के लिए उन्होंने देश से बाहर जाने में भी गुरेज नहीं किया.