रामायण के रावण एक्टर अरविंद त्रिवेदी से दुनिया को अलविदा कह दिया है. रामानंद सागर के सीरियल रामायण में अरविंद ने रावण के किरदार से खूब शोहरत हासिल की. उन्होंने रावण की नकारात्मक छवि को पर्दे पर जीवंत कर दिया था. लेकिन क्या आप जानते हैं पर्दे का यह रावण असल जिंदगी में रामभक्त थे. वे हर रोज भगवान से माफी मांगा करते थे.
मुंबई मिरर को पिछले साल दिए एक इंटरव्यू में अरविंद त्रिवेदी की नातिन डॉ अनेरी ने अपने नाना के बारे में दिलचस्प बाते बताई थीं. उन्होंने कहा था कि उनके नाना भगवान राम के बहुत बड़े भक्त हैं. रावण की वेशभूषा अपनाने से पहले वे हर रोज हाथ जोड़कर भगवान राम की फोटो के आगे प्रार्थना करते थे.
डॉ. अनेरी ने आगे कहा- 'गुजरात के इदर गांव में नाना ने हमारे घर में भगवान राम की बहुत बड़ी प्रतिमा बनवाई है. वे रावण का रोल निभाने के पहले से ही भगवान राम और शिव से माफी मांगते थे, जो कि आज भी जारी है.'
रामायण से पहले अरविंद ने कई गुजराती शोज में काम किया था. रामानंद सागर ने उनमें अरविंद का काम देखा था. बाद में जब रामानंद सागर ने रामायण में रावण के रोल के लिए अरविंद को ऑडिशन देने बुलाया. रामानंद सागर को रावण के कॉस्ट्यूम में अरविंद परफेक्ट च्वॉइस लगे और उन्होंने तुरंत अरविंद को इस किरदार के लिए लॉक कर दिया.
पहली ही बार में रावण के लिए अरविंद का सिलेक्शन बहुत बड़ी बात थी. लेकिन अरविंद ने शो करने से मना कर दिया था. दरअसल, अरविंद रामायण शो साइन करने से पहले, परेश रावल के साथ एक प्ले में काम कर रहे थे. यह शो दर्शकों के बीच हिट भी था.
डॉ. अनेरी ने इस पर बताया- 'जब रामानंद सागर ने उन्हें बताया कि वे रावण का रोल निभाएंगे, तब नाना ने पहले तो उसे रिजेक्ट कर दिया क्योंकि वे एक अन्य प्ले के लिए कमिटेड थे. लेकिन परेश रावल ने ही नाना को समझाया कि ये जिंदगी में एक बार मिलने वाला मौका है और उन्हें ये नहीं गंवाना चाहिए. इसके बाद नाना ने रोल के लिए हामी भरी.
डॉ. अनेरी ने लोगों के बीच अपने नाना अरविंद त्रिवेदी की इमेज के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि भले ही उनके नाना ने रावण का रोल प्ले किया लेकिन लोग फिर भी उनके मुरीद थे. वे कहती हैं- 'लोग आते थे उनके पैर छूते थे और कहते थे कि वे उनके बहुत बड़े फैन हैं.'
पर्दे पर रावण बनने के बावजूद लोग उन्हें चाहते थे. एक दफा एक कपल ने उन्हें खत लिखकर अपनी बेटी को आशीर्वाद देने का आग्रह किया था. अरविंद ने कपल की बेटी का नाम 'वैदेही' दिया था जिसे कपल ने राजी-खुशी से स्वीकार किया.
अरविंद त्रिवेदी का जन्म मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में हुआ था. उन्होंने गुजराती रंगमंच से अपने करियर की शुरुआत की थी. गुजराती सिनेमा में उन्होंने 40 वर्षों तक योगदान दिया. अपने पूरे करियर में अरविंद ने कम से कम 300 हिंदी और गुजराती फिल्मों में काम किया है.