&tv के सुपरहिट शो 'भाबीजी घर पर हैं' के मनमोहन तिवारी जी आज कॉमेडी के क्षेत्र में दर्शकों की पहली पसंद माने जाते हैं लेकिन एक समय ऐसा भी था जब एक्टर रोहिताश गौड़ इस शो को नहीं करना चाहते थे. टीवी सीरियल 'भाबी जी घर पर हैं' के तिवारी जी यानि के रोहिताश गौड़ ने आजतक को बताया, "मैं इस सीरियल को करने से डर रहा था. दरअसल उसकी एक बड़ी वजह ये थी, एक तो &tv नया चैनल था ऊपर से ये सीरियल भी नया था."
रिपोर्ट: जयदीप शुक्ला
बीवी के कहने पर किया था शो
उन्होंने कहा, "मुझे इस सीरियल का हिस्सा बनने में काफी डर लग रहा था. लेकिन मेरी बीवी ने मुझे समझाया और कहा कि आप ये सीरियल करो इसमें काफी स्कोप है. तो मैंने उनके कहने पर ये सीरियल किया और जिस सीरियल को मैं समझता था कि ये 3 महीने से ज्यादा नहीं चल पाएगा वो सीरियल आज छठे साल में प्रवेश करने जा रहा है. और बहुत ही जल्द ये सीरियल अपने 1500 एपिसोड भी पूरे करने वाला है."
लोग कहते थे एक्टिंग बुरी चीज है
बचपन के दिनों को याद करते हुए रोहिताश गौड़ ने बताया, "मैं हिमाचल की जिस जगह का रहने वाला हूं वहां एक्टिंग को अच्छा नहीं माना जाता था."
रोहिताश ने कहा, "मैं इस क्षेत्र में अपनी किस्मत आजमाना चाहता था तो उस वक्त जब मैं 11 वीं क्लास में था तो मेरे फिजिक्स के सर ने मेरे पापा को समझाया और कहा कि गौड़ साहब आपके बेटे का जिस काम में मन हो उसे वो काम करने दीजिए. ईश्वर की दया से मेरे पापा को उनकी बात समझ आई और मैं NSD से पढ़ाई करके एक्टिंग के क्षेत्र में पूरी तरह से घुस गया.
कितनी थी पहली कमाई?
अपने स्ट्रग्ल के दिनों को याद करते हुए रोहिताश ने कहा, "मेरा फिल्म इंडस्ट्री में कोई गॉड फादर नहीं था. ऐसे में मुझे मुंबई में काफी स्ट्रगल करना पड़ा. मुझे याद है कि डीडी1 में जब मुझे पहली बार काम मिला तो मेरी पहली कमाई 250 रुपये मुझे मिली थी."
शादी के बाद बदल गई रोहिताश की किस्मत
रोहिताश कहते हैं कि मैं ईश्वर पर काफी यकीन करता हूं और अपनी बीवी को काफी भाग्यशाली मानता क्योंकि जब से मेरी शादी हुई से तब से मेरी किस्मत बदली है. तो मेरे हिसाब से तो मेरी सफलता में मेरी बीवी का काफी अहम योगदान है.