गौरी और यश टोंक, जिनकी शादी को अब 19 साल हो चुके हैं. वे दोनों दो खूबसूरत बेटियां परी और मायरा के माता-पिता हैं. 13 साल के बाद दंपति कपल ने अपनी दूसरी बेटी का स्वागत किया था. ईटाइम्स से बात करते हुए उन्होंने बताया कि आखिर उन्होंने अपनी दोनों बेटियों में उम्र का फासला क्यों चुना, दूसरे बच्चे के जन्म के बाद उन्हें जिन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, वजन घटाने के मुद्दे और बहुत कुछ.
आपको वास्तव में मदरहुड का अनुभव नहीं होता है. आप अपने खुद के जज होते हैं. सच कहूं तो एक मां खुद की इतनी आलोचना करती है कि आपकी आलोचना करने के लिए आपको किसी और की जरूरत नहीं होती. बच्चे होने के कारण, आपके पास किसी और चीज के लिए समय नहीं मिलता है.
मदरहुड एक अद्भुत चीज है. यह मुझे अंदर से बेहद शक्तिशाली महसूस कराता है. लेकिन मैं कई बार एक सुपर वुमन की तरह महसूस करती हूं. जब लोग पूछते हैं कि आप सब कुछ कैसे मैनेज करती हैं, तो मुझे लगता है कि मैं एक महिला हूं और मैं इस पावर के साथ पैदा हुई हूं.
जब दोनों बेटियों के बीच जनरेशन गैप के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "मुझे ऐसा कुछ नहीं लगता. वास्तव में, मुझे लगता है कि यह मुझ पर सूट कर रहा है. कई लोगों ने मुझसे कहा था कि 13 साल की उम्र के फासले की वजह से मुझे दिक्कत होती होगी. मैंने अपनी बड़ी बेटी को 23 साल की उम्र में और दूसरा बेटी को 36 साल की उम्र में जन्म दिया था."
उन्होंने आगे कहा, "कुछ को उम्र का अंतर महसूस हो सकता है, लेकिन उस समय मुझे लगा कि मुझे अपने बच्चों में से किसी एक को चुनना नहीं पड़ेगा. जब मायरा पैदा हुई थीं उन्हें मेरी जरुरत थी, तो मुझे परी या मायरा में से किसी एक को चुनना नहीं था. जब मुझे मायरा के पास जाना होता था, तो मैं उन्हें समय देती थी और परी समझती थीं. वह कभी शिकायत नहीं करेंगी कि मैं मायरा को ज्यादा अटेंशन क्यों दे रही हूं."
एक्ट्रेस से पूछा गया कि क्या वे समय काफी मुश्किल से भरा हुआ था जब आपने अपने दूसरे बच्चे को जन्म दिया. उन्होंने कहा, "मायरा एक बहुत ही डिमांडिंग बच्ची हैं. जब मायरा पैदा हुई थीं, ढाई साल से मैं केवल उनकी देखभाल कर रही थी. वे दो साल मेरे लिए बहुत चुनौतीपूर्ण थे. मुझे समझ नहीं आया कि मेरे साथ क्या हो रहा है. परी के साथ सब कुछ अच्छा था लेकिन मायरा के साथ मेरे द्वारा किए गए अनुभव से बहुत कम था.
मैं समझ नहीं पा रही थी कि क्या हो रहा है. मुझे नींद नहीं आती थी.मुझे भूख नहीं लगती और अगर मुझे भूख भी लगती थी तो मुझे खाने का समय नहीं मिलता था. क्योंकि उस समय मेरे बच्चे को मेरी जरूरत थी. मैं बता दूं उस समय मेरी बेटी परी और मेरी मां ने मुझे बहुत सपोर्ट किया. जब परी मुझे देखती थी, तो मैं कन्फ्यूज्ड या स्ट्रेस्ड रहती थी और तब परी मेरे पास आती थीं और बोलती थीं 'सो जाओ लेकिन पहले कुछ खा लो', 'मैं मायरा का ख्याल रख रही हूं'. मैंने इन सब को पॉजिटिव तरीके से लाया है.
उन सभी मां से कहूंगी जो एक अच्छे गैप के बाद दूसरे या तीसरे बच्चे को जन्म देने के लिए सोच रही हैं- कृपया इसके लिए जाएं. मुझे खुशी है कि मैंने खुद को दूसरे बच्चे को जन्म देने के लिए मजबूर किया और यह मेरे लिए काफी अच्छा साबित हो रहा है.
जब मैंने अपनी दूसरी बेटी को जन्म दिया तो लोग मेरे बढ़ते वजन पर कमेंट करने लगे थे. उस समय मेरा वजन 103 था, मुझसे ज्यादा उन्हें इस बात की चिंता थी कि मेरा वजन कम नहीं हो रहा. लेकिन मैं 'ओके' थी जब मैं घटा लूंगी और लंबे समय तक मैंने अपना वजन कम नहीं किया. जबकि शुक्र है कि मेरे प्रशंसकों का समर्थन रहा है.
जब एक बार आप वर्कआउट करना शुरू कर देंगे, तो आपका वजन कम हो जाएगा, लेकिन मुझे कभी वर्कआउट करने का समय नहीं मिला. आप सचमुच एक सुपरवुमन हैं, क्योंकि आपको अपने बच्चे की देखभाल करने के साथ-साथ यह भी समझना होगा कि महिला को घर की देखभाल करनी होती है. बच्चे के बाद जिम्मेदारियां खत्म नहीं होती हैं. आपको 'मी टाइम' भी चाहिए होता है.