टीवी के पॉपुलर शो 'द कपिल शर्मा शो' में कृष्णा अभिषेक (Krushna Abhishek) कई किरदार निभाते नजर आते हैं. दर्शकों को गुदगुदाने के साथ शो में आए मेहमानों का जमकर मनोरंजन करते दिखाई देते हैं. हाल ही में कृष्णा अभिषेक कॉमेडियन और होस्ट मनीष पॉल (Maniesh Paul) के चैट शो में ऑडियंस संग रूबरू हुए. इस दौरान कृष्णा अभिषेक ने मामा गोविंदा संग लड़ाई, माता-पिता को खोने, दो साल तक काम न मिलने से लेकर डिप्रेशन से जूझने तक पर खुलकर बात की. या यूं कह दीजिए कि कृष्णा अभिषेक ने पर्सनल लाइफ से जुड़ी कई शॉकिंग बातें बताईं.
कृष्णा अभिषेक ने सबसे पहले पिता के कैंसर से निधन पर बात की. कृष्णा अभिषेक ने कहा कि वह समय हम सभी के लिए बहुत मुश्किलों भरा था. उस समय 'कॉमेडी नाइट्स बचाओ' अपने पीक पर था. मैं नहीं बता सकता कि आखिर मैंने वे छह से आठ महीने कैसे निकाले हैं. मैंने अपने पिता को नहीं बताया था कि उन्हें कैंसर है. वह स्वास्थ्य को लेकर काफी सतर्क रहने वालों में से एक थे. उन्होंने अपने पूरे जीवन योग किया है. वह कभी हॉस्पिटल नहीं गए. वह जन्माष्टमी के मौके पर पैदा हुए थे. उन्होंने ही मेरा नाम कृष्णा रखा था. जिस दिन वह खत्म हुए, उस दिन भी जन्माष्टमी थी. वह 75 साल के थे.
पिता का कैंसर के कारण निधन हुआ. मैं उस समय 'कॉमेडी नाइट्स बचाओ' कर रहा था. अंतिम संस्कार हुआ. चैनल वाले मेरे पास आए और कहा कि हम मजबूर हैं, हमें कटरीना कैफ की डेट्स मिल गई हैं. मैंने उन्हें कहा कि मेरे पिता की तेरहवीं अभी हुई नहीं है. मैंने कहा कि मैं परफॉर्म नहीं कर सकता. टेलिकास्ट ड्यू था और उन्होंने मुझे कहा कि वे मेरे बिना यह परफॉर्मेंस नहीं कर पाएंगे. मेरे पिता ने हमेशा मुझे सिखाया है कि कर्म करते रहो. वह भगवान कृष्णा को मानते थे. उन्हें पूजते थे. उनके शब्द मेरे साथ रहे. मैं गया और परफॉर्म किया. कटरीना मेरी स्थिति के बारे में जानती थीं. मेरी परफॉर्मेंस के बाद सभी ने मुझे स्टैंडिंग ओवेशन दी.
फिल्मों में भी कृष्णा अभिषेक नजर आ चुके हैं. इसके बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे लिए फिल्म करना एक शानदार जर्नी रही है. लोग सोचते हैं कि मैं गोविंदा का भांजा मानते हैं. गोविंदा सुपरसुटार हैं और वह आज भी हैं. लोगों ने सोचा कि मैं गोविंदा का भांजा हूं तो मैं चांदी के चम्मच के साथ पैदा हुआ हूं. मेरे पास तो कटोरी तक नहीं थी.
हालांकि, मामा ने हमारी बहुत मदद की है. मैं फिल्मी बिल्डिंग में रहता था. फराह मेरे पिता के राखी बांधती थीं. वह हमारे साथ शोज करती थीं. सलमान खान, अरबाज खान के मामा संग म्यूजिक सेशन्स होते थे. मैं सीरियल्स देखता था. मैं ची ची मामा संग शूट्स पर जाता था. मैं बचपन से ही एक एक्टर बनना चाहता था. मेरे पिता ने जुहू वाला फ्लैट बेच दिया था, क्योंकि हमारे पास पैसे नहीं थे. इसके बाद हमने एक रूम लिया था, जिसके अंदर रसोई थी और हमने वहां रहना शुरू कर दिया था.
कृष्णा अभिषेक ने आगे कहा कि मेरे पिता मुंबई हीरो बनने आए थे. मैं शिमला, हिमाचल प्रदेश का हूं. किसी ने मुझे नोटिस किया, जब मैं 18 साल का था. वह अब्बास मस्तान का असिस्टेंट था. मैं कोई तैयारी नहीं की, मुझे फिल्म मिल गई. उसके बाद मेरे पास कुछ काम नहीं आया और मैं डिप्रेशन में चला गया. मैं साउथ में हाथ आजमाने गया, वहां भी नहीं चल पाया. मुझे दो साल तक काम नहीं मिला. मेरे पिता के पास पैसे नहीं बचे. मैं बीमार हुआ और अस्पताल में भर्ती हुई. मामा गोविंदा उस समय मदद के लिए आगे आए.
मामा ने हमेशा हमारी मदद की है. एक मां की तरह उन्होंने हमें सपोर्ट किया है. प्रोफेशनली उन्होंने मदद नहीं की, क्योंकि वह चाहते थे कि मैं अपने दम पर स्ट्रगल करूं और ऑर्गैनिकली ग्रो करूं. मुझे काम नहीं मिला. मैंने टैंपरेरी काम करना शुरू किया. पांच हजार में म्यूजिक वीडियोज में काम करना शुरू किया. छोटी चीजें कीं, जिससे मैं किराया भर सकूं. इसके बाद मैंने रीजनल फिल्में करनी शुरू कीं. एक भोजपुरी फिल्म चली और मैंने 27 और भोजपुरी फिल्में साइन कीं. तब जाकर मैंने काम ठीक तरीके से करना शुरू किया. एक दिन मुझे जग्गू दादा के सेक्रेटरी से फोन आया. मुझे 'पप्पू पास हो गया' फिल्म मिली. मैं हीरो था उस फिल्म में. वहां मुझे पता चला कि कशमीरा मेरी फिल्म में हीरोइन है.
क्या आप जानते हैं कि गोविंदा ने कृष्णा अभिषेक के जन्म के लिए मन्नत मांगी थी, जिसके बाद उनका जन्म हुआ. इस बारे में बात करते हुए कृष्णा अभिषेक ने कहा, "लोग नहीं जानते कि मैं गोविंदा मामा की मन्नत से हुआ हूं. मैं अपने पेरेंट्स की शादी के 10 साल बाद पैदा हुआ. मेरी मां ने ची ची मामा को पाला है. मामा भी उन्हें बहुत प्यार करते थे. मेरी मां चाहती थीं कि मामा एक स्टार बनें. जब मेरी मां का निधन हुआ और उनकी बॉडी को उठाया गया तो मैंने सुना था कि गोविंदा मामा की फोटो वहां थी. ची ची मामा वैष्णो देवी गए थे प्रार्थना के लिए कि अगर मेरी मां के बच्चा हुआ तो वह उस बेबी को अपने कंधे पर उठाकर छह घंटे में मंदिर पहुंचेंगे. एक साल में ही मां गर्भवती हुईं. जब मैं पैदा हुआ तो मामा फिल्मों में व्यस्त हो गए और मुझे लगा कि वह मन्नत के बारे में भूल गए, लेकिन जब मैं चार या पांच साल का हुआ तो उन्होंने मुझे अपने कंधे पर बिठाकर वैष्णो देवी के दर्शन किए."
गोविंदा संग आज के समय में कृष्णा अभिषेक के संबंध कुछ अच्छे नहीं हैं. इसके बारे में बात करते हुए कॉमेडियन ने कहा कि मैं चाहता हूं कि मेरे बच्चा मामा, मामी के साथ खेलें. मैं यह बहुत मिस करता हूं. जब मैं उन्हें याद आऊंगा तो वह जरूर ऐसा करेंगे. मेरी मामी एक बहुत ही अच्छी इंसान हैं. मेरे मामा मेरा खून हैं, लेकिन मैं मामी के साथ वही खून शेयर नहीं करता हूं. मेरी मामी ने हमें 7-8 साल साथ में रखा है. कौन चीजें सहन करेगा? मेरी मामी ने बहुत सपोर्ट किया है, हमें प्यार किया है. मुझे याद है मामी ने मुझे एक कमरा दिया था और साबुन के बॉक्स पर मेरा नाम लिखा था. वह मुझे बहुत प्यार करती थीं, उनका पूरा हक है मुझे डांटने का. मारने का भी. उन्हें पूरा हक है.
मां के निधन पर बात करते हुए कृष्णा अभिषेक ने कहा कि मैं केवल दो साल का था जब मेरी मां का निधन हो गया. मुझे याद भी नहीं कि वह कैसी दिखती थीं, मैं इतना छोटा था. कुछ सालों पहले मैंने उन्हें वीडियो में देखा तो वह मुझे याद है. मेरी नानी सिंगर थीं. उनका एक दूरदर्शन का वीडियो है जो मैंने देखा था. मेरी मां मेरी नानी के साथ बैठी हैं और गाना गा रही हैं. उस वीडियो में मैंने अपनी मां को पहली बार लाइव देखा था. मैं लेकिन उनके साथ रह नहीं पाया.