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पिता के निधन के बाद कर्जे में डूबा परिवार, मां के गहने बेचकर बनवाया पोर्टफोलियो, ऐसे बना ये एक्टर टीवी स्टार

अर्जुन 19 साल के थे, जब उनके पिता का निधन हो गया. पिता के निधन के बाद वो पारिवारिक बिजनेस तो करने लगे थे, पर दिल से वो एक्टर बनना चाहते थे. इस पर आगे बात करते हुए उन्होंने कहा, मैंने अपनी मां से दो साल का समय मांगा था, ताकि मैं इतने समय में ज्यादा से ज्यादा ऑडिशन दे सकूं.

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अर्जुन बिजलानी
अर्जुन बिजलानी

टेलीविजन के कई स्टार्स हैं जिन्होंने टैलेंट और मेहनत के दम पर अपनी बड़ी पहचान बना ली है. अर्जुन बिजलानी इन्हीं चंद स्टार्स में से एक हैं. अर्जुन जितने बेहतरीन एक्टर हैं, उतने ही अच्छे होस्ट भी हैं. इन दिनों वो सनी लियोनी संग MTV Splitsvilla 14 को होस्ट कर रहे हैं. कामयाबी की नई किताब लिख रहे अर्जुन बिजलानी को अपने मुश्किल दिनों की याद आई है. बीते दिनों को याद करते हुए अर्जुन ने वो किस्सा बताया है, जब उन्होंने अपनी मां के गहने बेच दिए थे. 

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अर्जुन को बेचने पड़े मां के गहने 
अर्जुन बिजलानी के पास आज दौलत-शोहरत सब कुछ है. पर एक वक्त था जब वो पाई के लिये मोहताज थे. पिंकविला को दिए इंटरव्यू में अर्जुन ने अपने कठिन दिनों का जिक्र किया है. अर्जुन बताते हैं कि वो 19 साल के थे, जब उनके पिता का निधन हो गया था. पिता के निधन के बाद उनका परिवार कर्ज में डूब चुका था. कर्ज चुकाने के लिए अर्जुन अपनी मां और छोटे के साथ पारिवारिक बिजनेस की देखभाल करने लगे. 

अर्जुन बिजलानी पारिवारिक बिजनेस तो करने लगे थे, पर दिल से वो एक्टर बनना चाहते थे. इस पर आगे बात करते हुए उन्होंने कहा, मैंने अपनी मां से दो साल का समय मांगा था, ताकि मैं इतने समय में ज्यादा से ज्यादा ऑडिशन दे सकूं. मैंने ऑडिशन देना शुरू कर दिया और मुझे कोई काम नहीं मिल रहा था. जब मैंने अपना पहला पोर्टफोलियो बनाया, उस समय मेरे पास पैसे नहीं थे. इसलिये मैंने अपना पहला पोर्टफोलियो बनवाने के लिये मां के गहने बेच दिए. इसमें  लगभग 80 हजार रुपये का खर्च आया था. 

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मिला पहला विज्ञापन 
अर्जुन बिजलानी की मेहनत और मां की दुआ काम आई. पोर्टफोलियो बनते ही अर्जुन बिजलाली को पहला प्रिंट विज्ञापन मिल गया. अर्जुन बताते हैं कि पहले विज्ञापने से उन्होंने 1000 रुपये कमाए थे, जिसमें से 250 कोऑर्डिनेटर दे दिए थे. अर्जुन कहते हैं, मुझे याद है कि मेरा पहला चेक 750 रुपये का था. मैं उन पैसों से मैं अपनी मां के लिये खाना लेकर गया था. ये मेरी मेरी पहली सैलरी थी. इसके बारे में सोच कर मेरी आंखों में आंसू आ गए.

एक वो दिन था और एक आज का दिन है, जो अर्जुन बिजलानी को हर कोई जानता है.  

 

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