टीवी इंडस्ट्री में अक्सर सास-बहू ड्रामा से इतर कुछ ऐसे शोज भी बनाए जाते हैं जो समाज में फैली कुप्रथाओं पर जड़ से प्रहार करते है. ना आना इस देश मेरी लाडो, रिश्तों से बड़ी... प्रथा, गंगा, उड़ान, सर्विस वाली बहू जैसे कई शोज इस लिस्ट में हैं और सोशल इश्यूज पर बेस्ड इन शोज को अच्छा रिस्पॉन्स भी मिला.
इन्हीं शोज में से एक शो है बालिका वधू. एक ऐसा शो जब टीवी पर आया तो कई रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए. फैंस का जबरदस्त प्यार हासिल हुआ. इस शो में कई कुप्रथाओं जैसे बाल विवाह, बेटे की चाहत, बड़े उम्र वाले मर्द से जबरन शादी, महिलाओं का घर से बाहर न निकलना, उन्हें पढ़ाना-लिखाना नहीं, दहेज प्रथा, विधवा प्रथा पर प्रहार किया.
अब बालिका वधू नए सीजन के साथ टीवी पर लौटकर आया है. शो में मुख्य किरदार का नाम आनंदी है. पिछले सीजन में भी एक्ट्रेस के कैरेक्टर का यही नाम था. इस बार कैरेक्टर का नाम और बाल विवाह के अलावा कई ऐसी चीजें हैं जो पिछले सीजन से काफी अलग हैं.
भाषा-लोकेशन
बालिका वधू का पहला सीजन राजस्थान के बैकड्रॉप पर बेस्ड था. लेकिन इस बार शो में कुछ नयापन लाने के लिए मेकर्स ने गुजरात को चुना है. कहानी गुजरात के छोटे गांव के इर्द-गिर्द घूमती है. लोकेशन बदलते ही भाषा भी गुजराती हो गई है. शो का थीम सॉन्ग भी गुजराती भाषा में है.
स्टारकास्ट
इस बार शो की स्टारकास्ट पूरी तरह से नई है. श्रेया पटेल (आनंदी), अंशुल त्रिवेदी (आनंदी का पिता), सनी पंचोली (आनंदी के होने वाले ससुर), वंश सयानी (आनंदी के होने वाले पति), रिद्धि नायक (आनंदी की मां) के रोल में हैं. बता दें कि पिछले सीजन में दिवंगत एक्ट्रेस सुरेखा सीकरी, अविका गौर, अविनाश मुखर्जी, प्रत्युषा बनर्जी, अंजुम फारुकी, सिद्धार्थ शुक्ला, स्मिता बंसल, अनूप सोनी जैसे टेलेंटेड सितारे थे.
दोस्ती का कॉन्सेप्ट
इस बार शो की कहानी दोस्ती पर बेस्ड है. शो में अंशुल त्रिवेदी और सनी पंचोली के बीच भाइयों से भी गहरा रिश्ता दिखाया है. दोनों दोस्त एक-दूसरे पर जान छिड़कते हैं. अपनी दोस्ती को मजबूत करने के लिए ही वो अपने बच्चों के पैदा होने से पहले ही उनका रिश्ता पक्का कर देते हैं. पिछले सीजन में ऐसी दोस्ती देखने को नहीं मिली थी. दोस्ती का कॉन्सेप्ट मजबूत प्वॉइंट है.
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बेटी की चाह
पिछले सीजन में दिखाया गया था कि कैसे आज भी लोग अपनी बेटियों को बोझ मानते हैं और बेटे की चाह रखते हैं. इस बार कहानी में बेटी के लिए चाहत देखने को मिली है. शो में दिखाया गया कि कैसे दो परिवार मिलकर बेटी होने का इंतजार कर रहे हैं, ताकि उनकी दोस्ती रिश्ते में बदल जाए. बेटी हो इसके लिए मन्नत मांग रहे हैं और जब बेटी पैदा होती है तो उसे नाजों से पाल रहे हैं.
हालांकि, कहानी में मुख्य किरदारों के अलावा कुछ और कैरेक्टर्स पर भी फोकस किया गया है. इसमें दिखाया गया है कि कैसे कुछ लोग बेटे की चाहत लिए बैठे हैं और घर की बहू पर अन्याय करते हैं, एक महिला को अगर बच्चा नहीं हो रहा तो कैसे लोग उसे ताने मारते हैं. मैरिटल रेप, घरेलू हिंसा, दहेज प्रथा जैसी कुप्रथाओं को भी दिखाया गया है.