देश में बाल विवाह एक गंभीर समस्या बना हुआ है. गैरकानूनी होने के बावजूद हिंदुस्तान के कई हिस्सों में कम उम्र में बच्चों की शादी करा दी जाती है. बाल विवाह पर अब तक कई फिल्में और सीरियल भी बन चुके हैं. इनमें से एक पॉपुलर शो बालिका वधू भी है. 2008 में कलर्स टीवी पर प्रसारित होने वाले सीरियल ने लोगों को समाज की कड़वी सच्चाई से रूबरू कराया था. सीरियल की पॉपुलैरिटी को देखते हुए इसका दूसरा सीजन भी आ गया है. सीरियल की लीड एक्ट्रेस शिवांगी जोशी हैं. आप सोच रहे होंगे कि अचानक हम बाल विवाह और बालिका वधू सीरियल की बात क्यों कर रहे हैं, तो चलिये अब आपको ऐसा करने की वजह भी बता देते हैं.
18 से 21 हुई हुई लड़कियों की शादी की उम्र
भारत सरकार ने समाज सुधार से जुड़ा बड़ा कदम उठाते हुए लड़कियों की शादी की न्यूनतम उम्र 21 कर दी है. इससे पहले शादी के लिये लड़कियों की न्यूनतम उम्र 18 थी. वहीं लड़के का शादी के लिये 21 साल का होना जरूरी था. नये विधेयक को मंजूरी मिलने के बाद अब 21 साल से पहले किसी भी लड़की की शादी नहीं कराई जा सकेगी.
आम जनता के साथ-साथ बालिका वधू 2 की आनंदी भी सरकार के इस फैसले से काफी खुश है. कलर्स टीवी के इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया गया है. जिसमें सीरियल की छोटी और बड़ी आनंदी दोनों हाथ जोड़े खड़ी दिखाई दे रही हैं. पोस्ट के कैप्शन में लिखा है कि 'आनंदी सरकार को दिल से धन्यवाद देती है. सही निर्णय के दिशा में कदम उठाने के लिये.'
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सीरियल की कहानी दिखाती है समाज की सच्चाई
बालिका वधू शो का असली मकसद बाल विवाह की सच्चाई को लोगों तक पहुंचाना है. शो कहानी बताती है कि कैसे बाल विवाह आगे चल कर दो जिंदगियों में तबाही ला सकता है. वहीं अब जब सरकार ने लड़कियों की शादी की उम्र 21 कर दी है, तो ये हर किसी के लिये खुशी की बात है. एक तरह से सीरियल को जिस मकसद से लॉन्च किया गया था. वो मकसद पूरा होता दिखाई दे रहा है.
उम्मीद है कि सीरियल और आनंदी के फैंस भी इस बात को गंभीरता से लेंगे. साथ ही बाल विवाह के नाम पर होने वाले अत्याचार के खिलाफ अवाज भी उठायेंगे.