बिग बॉस 14 को टेलीकास्ट हुए अभी सिर्फ तीसरा हफ्ता ही चल रहा है. इस बीच सलमान खान का शो कई मौकों पर ट्रोल हो चुका है. कभी शो कंटेस्टेंट के एविक्शन पर ट्रोल होता है तो कभी सीनियर्स की एंट्री पर. जानते हैं इन तीन हफ्तों के बीच हुए उन मौकों के बारे में जब इस रियलिटी शो की सोशल मीडिया पर आलोचना हुई.
सीनियर्स का शो का हिस्सा बनना
सीजन 14 में पहली बार ऐसा हुआ जब एक्स कंटेस्टेंट्स बिग बॉस हाउस के मेहमान नहीं बल्कि अहम हिस्सा बने. हिना खान, सिद्धार्थ शुक्ला, गौहर खान 2 हफ्तों के लिए शो में रहे. लेकिन उनकी मौजूदगी कईयों को अखरी. हेटर्स ने कहा कि सीनियर्स के आने से शो बिग बॉस 14 ना लगकर सीजन 13, 11, 7 जैसा लग रहा है. ये भी आरोप लगे कि सीनियर्स की वजह से नए सदस्यों को गेम में आगे बढ़ने का मौका नहीं मिल रहा. वे अपना गेम नहीं खेल पा रहे हैं.
फ्लॉप शो
बिग बॉस सीजन 14 का काफी बेसब्री से इंतजार हो रहा था. लेकिन जब ये शो ऑनएयर हुआ दर्शकों ने इसे नकार दिया. पहले तो शो के कंटेस्टेंट्स फिर शो का फॉर्मेट दर्शकों को कुछ भी पसंद नहीं आया. इसकी वजह शो की टीआरपी पर भी असर पड़ा है. सीजन 14 में इन तीन हफ्तों में कोई ऐसा रोमांच नहीं देखने को मिला, जो दर्शकों में शो के प्रति उत्सुकता पैदा करे.
सीनियर्स का वोट आउट करना
सीजन 14 में सीनियर्स को काफी सारी पॉवर दी गई. इन्हीं में से एक पॉवर है कंटेस्टेंट्स को कंफर्म करना और उन्हें एविक्ट करना. पहले हफ्ते में तीनों सीनियर्स ने सारा गुरपाल को शो से बाहर किया. लोगों के वोटों को नजरअंदाज कर सीनियर्स के हाथों में ये पावर देना गले नहीं उतरा.
वोटिंग कराना पर फैसला सीनियर्स पर छोड़ना
वैसे तो ऐसा पहले भी होता आया है कि दर्शकों से वोटिंग कराई जाती है लेकिन बाद में एविक्शन का फैसला घर के सदस्य लेते हैं. इस सीजन नया ये हुआ कि ये पावर सीनियर्स को मिली. शहजाद देओल के साथ ऐसा ही हुआ. दूसरे हफ्ते में वोटिंग लाइन्स ओपन थी. लेकिन बॉटम 3 में पहुंचे सदस्यों में से कौन बेघर होगा इसका फैसला सीनियर और फ्रेशर कंटेस्टेंट्स ने मिलकर लिया. दर्शकों से वोटिंग कराकर घरवालों और सीनियर्स पर फैसला छोड़ना, ऐसा करने से लोगों ने ठगा हुआ महसूस किया.