उपेन ने कप्तानी संभाल ली है और घर के सदस्य अली कुली मिर्जा की अपेक्षा उसके आदेश बड़ी आसानी से मान रहे हैं. उपेन घर में शांति कायम करने की कोशिश करते हैं, चाहे यह गौतम और प्रणीत के बीच हो या फिर अली और सोनाली के बीच.
जजमेंट डे टास्क में उन्हें फैसला लेने का अधिकार दिया जाता है और वे खुद को मुश्किल हालात में फंसा पाते हैं. उपेन को एक सदस्य को ईनाम देना होता है और एक को सजा. यह फैसला फोन बूथ टास्क के आधार पर दिया जाना है. उपेन सुशांत को ईनाम देता है और गौतम को सजा. इस तरह गौतम सारे दिन सबकी चर्चा का विषय रहते हैं.
इसके बाद 'बिग बॉस' का अदालत टास्क आता है. गार्डन एरिया में कोर्ट रूम बनाया जाता है, इस को प्रीतम होस्ट करते हैं. प्रीतम डियांड्रा के साथ शुरू करते हैं और उसके बाद बारी गौतम, प्रणीत, सोनाली और बाकी लोगों की आती है. डियांड्रा से पूछा जाता है कि वे गालियां क्यों देती हैं और उनको इतनी जल्दी गुस्सा क्यों आता है खासकर पुनीतजी को खाना देते समय. गौतम को अटेंशन सीकर कहा जाता है. यह टास्क भी कोई आसान रहने वाला नहीं है.