एंडी को हराकर गौहर एक बार फिर घर की कप्तान बन गई हैं और यह बात भी एकदम साफ नजर आ रही है कि वे इससे काफी खुश भी हैं. लेकिन वे नहीं जानती हैं कि इस बार उनके साथ क्या होने वाला है, क्योंकि लग्जरी बजट टास्क काफी खराब रूप अख्तियार करने वाला है.
उनकी कप्तानी में लग्जरी बजट टास्क के दौरान न सिर्फ बहसबाजियां हुईं बल्कि टास्क भी ढंग से नहीं हो सका है जिसकी वजह से उनके लीडरशिप संबंधी कौशल पर भी प्रश्रचिन्ह लग जाता है.
टास्क के दूसरे दिन, लगातार खिलौने बनाने का प्रेशर इस कद्र हावी हो जाता है कि तनिषा और गौहर के बीच तनाव फिर सामने आ जाता है. तनिषा हमेशा की तरह गौहर पर पक्षपात का आरोप लगाती हैं और कहती हैं कि वे टीम के सदस्यों पर काबू पाने में असफल रही हैं और जीतने के लिए दूसरे घटिया चालों का सहारा ले रहे हैं.
यही नहीं, गौहर अपनी सबसे करीबी दोस्त काम्या से भी उलझ जाती हैं. काम्या अपने टीम के सदस्यों की वजह से काफी खफा होती हैं.
सारे दिन वे हालात पर काबू पाने की कोशिश करती हैं लेकिन घर का माहौल शांत नहीं होता है. आखिर में वही जो हमेशा से होता आया है, वे कुशाल के कंधे पर आंसू बहाती नजर आती हैं.