पहलवान संग्राम सिंह ने जब से घर में एंट्री की है, तब से वे साफ दिल इनसान के तौर पर खुद को पेश करते आए हैं, लेकिन हाल की घटनाएं उनके इस चेहरे के उलट गई हैं और वे आरोपों के केंद्र में आ गए हैं. संग्राम को हर किसी के मुंह पर अच्छा बनने की कोशिश करते देखा गया है, और इस चक्कर में वे कई बार हदों को भी लांघ चुके हैं.
बिग बॉस ने घर में राजनीति का टास्क दिया है. संग्राम और काम्या को लीडर बनाया गया है और उन्हें अपनी पार्टी बनाने के लिए भी कहा गया है. उन्हें खुले में भाषण देने के लिए कहा जाता है, जिसके आधार पर घर वालों को उन्हें वोट देने के लिए चुना जाना है. हालांकि टास्क के दौरान घर के सदस्यों के अपने लीडर से संतुष्ट न होने पर पाला बदलने का अधिकार है.
अरमान शुरू में संग्राम को सुपोर्ट कर रहे होते हैं, लेकिन वे दूसरी पार्टी में जाने का फैसला करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि वे किसी बात को लेकर स्टैंड नहीं लेते. जब संग्राम उन्हें वापस आने के लिए कहते हैं तो अरमान कहते हैं कि वे झूठे हैं और वे दोमुंहे इनसान हैं जो अपने दोस्तों के लिए स्टैंड नहीं होते.
इस बातचीत के दौरान अऱमान नॉमिनेशन प्रक्रिया की बात को भी बीच में ले आते हैं और कहते हैं कि संग्राम ने कई लोगों को घर से बाहर करने के लिए उनके साथ प्लॉटिंग की थी. लेकिन संग्राम ने मना किया तो दोनों के बीच बहस हो गई. काम्या और गौहर ने हालात शांत करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया. यानी जो बिग बॉस चाहते थे, वह हो ही गया.