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Ganesh Chaturthi 2022: जब रातभर डेकोरेटर्स का इंतजार करती रहीं देवोलीना, पता चला सब दारू पीकर...

देवोलीना भट्टाचार्य पिछले दस सालों से अपने घर पर गणपति रखती आ रही हैं. आजतक डॉट इन से एक्सक्लूसिव बातचीत में देवोलीना बताती हैं, यह मेरा दसवां साल है. 2013 से बप्पा घर पर आ रहे हैं. पता ही नहीं चला कब दस साल हो गए. उन्होंने बताया कि गणपति स्थापना के पहलेे साल उन्हें दिक्कत आई थी.

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देवोलीना भट्टाचार्य
देवोलीना भट्टाचार्य

मुंबई में गणशोत्सव को लेकर मुंबईकरों में एक अलग जोश व उत्साह देखने को मिलता है. बाहर प्रदेशों से आए लोग भी इस त्योहार में शामिल होकर इसके रंग में रंग जाते हैं. असम से एक्टिंग का सपना लेकर मुंबई आईं टीवी एक्ट्रेस देवोलीना भट्टाचार्य भी पिछले दस सालों से अपने घर पर गणपति रखती आ रही हैं. इस साल भी देवोलीना ने बड़े ही धूम-धाम से अपने घर पर बप्पा का स्वागत किया है. आजतक डॉट इन से एक्सक्लूसिव बातचीत कर वो हमसे अपनी जर्नी शेयर करती हैं.

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देवोलीना बताती हैं, यह मेरा दसवां साल है. 2013 से बप्पा घर पर आ रहे हैं. पता ही नहीं चला कब दस साल हो गए हैं. मैं असम से हूं और वहां दुर्गा पूजा का महत्व होता है. लेकिन यहां आकर मैं कब गणेशोत्सव के रंग में ढल गई पता ही नहीं चला. पहले साल जब गणपति को घर लेकर आई थी उसके बाद से कितना भी शेड्यूल बिजी रहे या कुछ भी दिक्कत हो, लेकिन बप्पा के आगमन में कभी कोई अड़चन नहीं आई थी. हां, लेकिन पहले साल बहुत मुश्किलें जरूर आई थीं.

अपने पहले साल के गणपति को याद कर देवोलीना बताती हैं, पहले साल जब गणपति को ला रही थी, तो उस वक्त डेकोरेशन के वक्त बहुत दिक्कतें आई थीं. हमने एक रात पहले डेकोरेटर्स को बुलाया था. ताकि वो आकर रात में बप्पा के स्थान को सजा दें. रात के 12 बज गए, वो आए ही नहीं. कॉल किया, तो पता चला कि वे सभी दारू पीकर सो गए हैं. हमारे यहां सुबह पांच बजे ही पूजा हो जाती है. अब बस हमारे पास चार-पांच घंटे बचे थे कि कैसे भी डेकोरेशन पूरी कर ले. हम फौरन बिल्डिंग के नीचे गए, लोगों को खोजा कोई मिला नहीं. हमने खुद से फ्लावर्स खरीदे, अब जो जैसा मिल रहा था, वो खरीदते गए. सामान खरीदकर वापस डेकोरेशन में लगे और जैसे-तैसे ही सजा दिया. ये करते-करते सुबह हो गई और बिना सोए हम नहा-धोकर पूजा में बैठ गए. तो कह लें, बिना नींद के हमने पहले साल की पूजा की थी. वो साल क्रेजी भरा था लेकिन श्रद्धा पूरी थी. इसलिए अच्छे से संपन्न हो गई.

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बा से मोदक बनाना सीखा
देवोलीना आगे कहती हैं, सभी जानते हैं कि गणपति में मोदक की क्या अहमियत होती है. मैंने इस दौरान मोदक बनाना भी सीख लिया है. साथिया शो में जो मेरी बा रही हैं, उन्होंने मेरी इसमें बड़ी मदद की. बा ने मोदक का सही नुस्खा सिखाया और मैं इसमें पारंगत हो गई. मेरे रिलेटिव्स व दोस्त भी कहते हैं कि मैं बहुत अच्छा मोदक बनाती हूं. चूंकि अब व्यस्तता ज्यादा है तो बना नहीं पाती हूं. यह साल मेरे लिए थोड़ा सा टफ भी है क्योंकि काम की व्यस्तता के साथ-साथ पैर की इंजरी भी ठीक नहीं हुई है. भगवान से दुआ है कि वो मेरे पैर की तकलीफ को दूर कर दे. दरअसल अपने पैर की वजह से कई प्रोजेक्ट्स को मना करती जा रही हूं. यह तकलीफ कम होने का नाम ही नहीं ले रही है.

बप्पा के लिए लगातार तीन-चार दिन बिना थके शूट किया है
टीवी सीरियल्स में छुट्टियों को लेकर हमेशा से दिक्कतें रही हैं. ऐसे में देवोलीना कहती हैं, जब से पूजा कर रही हूं, तबसे यही कोशिश है कि मैं बप्पा के आगमन और विसर्जन तक घर पर रहूं. साथिया के वक्त से ही मैं पांच दिनों की छुट्टी डिमांड करती रही हूं. हालांकि इसका खामियाजा कुछ यूं भुगतना पड़ता था कि मैं लगातार तीन-दिन तक सेट पर अपनी एडवांस शूटिंग पूरी कर रही हूं. ताकि शो का बैकअप बन जाए. भले मैं पूजा से पहले एक्स्ट्रा काम कर थक जाऊं लेकिन पूजा के दौरान मैं छुट्टी से कोई समझौता नहीं करना चाहूंगी.

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