टीवी के जाने माने एक्टर करण मेहरा पिछले कुछ समय से लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं. इस साल जून में निशा रावल ने करण के ऊपर घरेलू हिंसा का मामला दर्ज कराया था. करण को पुलिस थाने के बाहर भी देखा गया था. अब इस मामले में करण और उनके परिवार को अग्रिम जमानत मिल गई है.
निशा ने दर्ज करवाया था मामला
कई सालों तक एक दूसरे को डेट करने के बाद करण मेहरा और निशा रावल ने 2012 में शादी के बंधन में बंध गए थे. 2017 में उन्होंने अपने बेटे कविश का स्वागत किया था. दोनों अपने रोमांस के लिए जाने जाते थे लेकिन फिर अचानक एक दिन करण मेहरा को पुलिस स्टेशन में देखा गया. तब यह बताया गया कि निशा ने उनके खिलाफ घरेलू हिंसा का मामला दर्ज कराया है.
निशा के माथे पर कट के निशान के साथ खून बह रहा था. निशा ने आरोप लगाया कि करण ने उन्हें मारा जिसके बाद उन्होंने मामले को पुलिस के पास दर्ज करने का फैसला लिया. उन्होंने यह आरोप भी लगाया था कि करण ने उनके खाते से एक करोड़ रुपय से अधिक पैसे निकाले हैं. इसके बाद करण मेहरा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था और बाद में उन्हें रिहा कर दिया था. निशा ने अपने ससुराल वालों पर भी आरोप लगाया.
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प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किया था खुलासा
निशा रावल ने करण मेहरा और उनके परिवार के खिलाफ कई चौंकाने वाले दावे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में किए थे. अब करण और उनके परिवार को इस मामले में अग्रिम जमानत मिल गई है. करण ने इस बारे में एक इंटरव्यू में बात की है. उन्होंने कहा, ''मेरे पास अपनी बेगुनाही साबित करने का सबूत है जो मैं अदालत में दिखाऊंगा. ऐसे मामलों में महिलाओं के लिए कानून ज्यादा अच्छा है, इसलिए मुझे जमानत मिलने में ज्यादा समय लग गया. हम लड़ेंगे और अपनी सच्चाई कोर्ट में पेश करेंगे. अब तक हमारे ऊपर एक तलवार लटकी हुई थी कि कोई भी कुछ भी बोलेगा और उसकी गिरफ्तारी हो सकती है. लेकिन अब राहत है.''
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बता दें कि करण मेहरा ने कथित रूप से पत्नी निशा रावल को मारा था, जिसके बाद मुंबई पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. हालांकि बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया था. करण और उनके परिवार के सदस्यों- कुणाल मेहरा, बेला मेहरा और अजय मेहरा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 498ए , 377, 406, 323, 504 और 506R/W धारा 34 के तहत मामला दर्ज किया गया था.