कौन बनेगा करोड़पति सीजन 14 को उसकी पहली करोड़पति मिल गई है. महाराष्ट्र की कविता चावला ने शानदार गेम खेलकर 1 करोड़ की धनराशि जीती है. कविता के लिए ये बहुत बड़ी जीत है. 12वीं पास कविता ने जिस मेहनत और कर्मठता के साथ पढ़ाई के अपने जज्बे को कायम रखा, उसकी तारीफ बनती है. केबीसी के मंच पर ऐतिहासिक जीत से कविता ने मिसाल पेश की है.
आखिरी सवाल का जवाब न दे पाने पर क्या बोलीं कविता?
कविता चावला 1 करोड़ तो जीतीं मगर वे 7.5 करोड़ के सवाल का जवाब नहीं दे पाईं. 7.5 करोड़ की राशि जीतने से कविता चूक गई. आखिरी सवाल का जवाब न देने पर कविता चावला ने आज तक डॉट इन से बातचीत की और बताया क्यों उन्होंने रिस्क नहीं लिया. कविता कहती हैं- फाइनल सवाल मेन्स क्रिकेट पर था. गुंडप्पाविश्वनाथ से जुड़ा यह सवाल था कि उन्होंने किस टीम के अगेंस्ट डबल सेंचुरी बनाई थी. जिसका जवाब मैं नहीं दे पाई. मेरी दिलचस्पी कभी क्रिकेट में रही नहीं. इसलिए मुझे मलाल नहीं था कि मैं यह सवाल छोड़ रही हूं. बल्कि मैं तो कहूंगी कि मुझे संतुष्टि इस बात से हो गई कि मैं चाहूं भी तो इस सवाल के लिए रिस्क नहीं ले सकती थी. यह ऐसा सवाल था जिसकी कोई जानकारी नहीं थी.
7.5 करोड़ के सवाल का नहीं दिया जवाब, फिर भी खुश हैं कविता
कविता कहती हैं- केबीसी के इतिहास में मेरे लिए पहली बार सात करोड़ पचास लाख का सवाल आया है. इससे पहले केवल सात करोड़ रुपये तक के लिए सवाल पूछे गए थे. मैं बहुत खुश हूं कि पूरी दुनिया मुझे वो सवाल फेस करते हुए देखेगी. हालांकि मैं जीत नहीं पाई लेकिन फिर भी खुश हूं.
सवाल था- प्रथम श्रेणी पदार्पण पर दोहरा शतक बनाने वाले पहले भारतीय, गुंडप्पा विश्वनाथ ने किस टीम के विरुद्ध यह उपलब्धि प्राप्त की थी?
A- सर्विसेस
B- आंध्र
C- महाराष्ट्र
D- सौराष्ट्र
इसका सही जवाब था आंध्र. इस सवाल पर कविता ने खेल को क्विट करने का फैसला लिया.
मुश्किल रही कविता की जर्नी
कविता की 1 करोड़ जीतने की जर्नी टफ रही है. इस सफर में उन्हें कई बार ऐसे सवाल आए जिन्होंने कविता को उलझाया, पर उन्होंने अपनी सूझबूझ का इस्तेमाल किया और सही जवाब सलेक्ट किया. कविता के ज्ञान ने न सिर्फ ऑडियंस बल्कि अमिताभ बच्चन को भी इंप्रेस किया. 1 करोड़ जीतने की कविता की जिद ही थी, जिसने उन्हें करोड़पति बनने की ओर प्रेरित किया. कविता चावला सोशल मीडिया पर ट्रेंड हो रही हैं. उनकी जीत की लोग सराहना कर रहे हैं.
आज जिस मुकाम पर कविता चावला हैं, वहां तक पहुंचने की उनकी जर्नी में काफी संघर्ष रहा है. 20 रुपये से शुरू हुआ उनका सफर आज उन्हें करोड़पति बना गया है. केबीसी पर आने का सपना उन्होंने 2000 में देखना शुरू किया. करीबन 22 साल बाद केबीसी के मंच पर आकर उनका इंतजार खत्म हुआ. और देखिए इस इंतजार का उन्हें बहुत ही मीठा फल भी मिला है.
करोड़पति बनने पर कविता चावला को बधाई.