केबीसी 13 शो की शुरुआत अमिताभ बच्चन ने बड़े गर्मजोशी के साथ की. शो में कुछ बदलाव हुए हैं और एक बार फिर से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ऑडियंस को स्टूडियो बुलाया गया और एक उचित दूरी पर सभी को बैठाया गया. अमिताभ बच्चन भी जनता को देख बेहद खुश नजर आए और सभी का स्वागत किया. शो में पहले कंटेस्टेंट थे झारखंड से आए ज्ञानराज. वे शो में 3,20,000 रुपये जीत पाने में सफल रहे. आइये जानते हैं कौन-कौन से सवाल उनसे गेम के दौरान पूछे गए और उनके सही जवाब क्या हैं.
1- डायलॉग को पूरा करें- -------- तुस्सी ग्रेट हो तोरफा कुबूल करो
उत्तर- जहापनाह
2- मेंस और एडवांस के ज्वाइंट इंटरेंस एग्जाम किसके लिए होते हैं?
उत्तर- JEE एग्जाम्स
3- कौन सी कहावत का मतलब डींगे मारने से है?
उत्तर- शेखी बघारना
4- एक गिलास पानी में बर्फ का तैरना फिजिक्स के किस सिद्धांत का उदाहरण है
उत्तर- आर्किमिडीज का सिद्धांत
5- नंदीस्वर और चंद्रनाथ किस भगवान के नाम हैं
उत्तर- भगवान शिव
6- फिल्म में किस किरदार ने कहा था कि- 'जब तक छोड़ेंगे नहीं, तब तक तोड़ेंगे नहीं' ? इस प्रक्रिया में उन्हें 22 साल लग गए.
उत्तर- दशरथ मांझी
KBC 13 के पहले कंटेस्टेंट हैं ज्ञानराज, लोगों की भलाई करना जीवन का है सपना
7- किस प्रख्यात लेखक की कहानी दुनिया के अनमोल रत्न कानपुर के उर्दू जरनल जमाना में प्रकाशित हुई?
उत्तर- मुंशी प्रेमचंद
8- दिखाए गए वीडियो में कौन सा किसान नेता इंटरव्यू देता नजर आ रहा है?
राकेश टिकैत
9- साल 2021 में राजपथ में गणतंत्र दिवस परेड के दिन किस देश की आर्म्ड फोर्स ने हिस्सा लिया था
उत्तर- बांग्लादेश
10- उस टैक्सीकैब का नंबर क्या था जिसका इस्तेमाल कर एस रामानुजन से मिलने गणितज्ञ जी एच हार्डी पहुंचे थे? अब इसे हार्डी-रामानुजन नंबर के नाम से जाना जाता है
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KBC 13: दृष्टिहीन कंटेस्टेंट के ज्ञान से इम्प्रेस हुए अमिताभ, क्या जीत सकेंगी 1 करोड़?
11- वो कौन सी भाषा थी जिसमें आत्मकथात्मक बाबरनामा लिखी गई थी?
चगताई
बता दें कि 12 लाख 50 हजार रुपये का ये प्रश्न था जिसका जवाब देने में ज्ञानराज नाकाम रहे. उन्होंने काफी देर तक विचार-विमर्श किया मगर उन्हें सही जवाब नहीं पता था. शो में ज्ञानराज अपनी मां और अपनी बहन के साथ आए थे. ज्ञानराज को एक दफा इसरो से ऑफर आया था. मगर उसी दौरान उनकी मां की तबीयत बिगड़ गई थी और उन्हें ब्रेन हैमरेज हो गया था. इसके बाद ज्ञानराज ने इसरो के ऑफर को ठुकरा दिया था और अपनी मां का इलाज कराया था. उनका सपना है गरीब और जरूरतमंद बच्चों को पढ़ाना और शिक्षित करना. वे प्रधानमंत्री मोदी की वैज्ञानिक सलाहकार समिति का हिस्सा हैं.