पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के बतौर मंत्री पद पर रहते हुए कपिल शर्मा के कॉमेडी शो में शिरकत करने को लेकर मचे राजनीतिक बवाल को पंजाब सरकार को खत्म करने का मन बना रही हैं.
सूत्रों के मुताबिक पंजाब के CM कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस मामले को लेकर पंजाब के एडवोकेट जनरल अतुल नंदा से लीगल ऑपिनियन मांगा था और अब इस मामले में नवजोत सिंह सिद्धू को ग्रीन सिग्नल देने की तैयारी है.
पंजाब के एडवोकेट जनरल अतुल नंदा की और से ऑफ रिकॉर्ड मिली जानकारी के मुताबिक शुरूआती तथ्यों को देखकर ऐसा नहीं लगता कि नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ ऑफिस ऑफ प्रॉफिट या Conflic of Interest का कोई मामला बनता हो और उनके TV में काम करने को लेकर कोई कानूनी पेचीदगी हो. लेकिन कानून के जानकारों के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्धू का मंत्री पद पर रहते हुए एक मंत्री को मिलने वाली तमाम सुविधाओं को लेते हुए इस तरह से पैसे कमाने की दलील देकर एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में शामिल होना नैतिकता और एक मंत्रीपद की आचार संहिता के हिसाब से ठीक नहीं है.
सिद्धू का कॉमेडी शो छोड़ने से इनकार, बोले- ये लाभ का पद नहीं है
पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकील हरभजन सिंह बाजवा, जगमोहन सिंह भट्टी और एच. सी. अरोड़ा के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्धू के मामले में भले ही पंजाब सरकार ये कहे कि ये ऑफिस ऑफ प्रॉफिट या Conflict of Interest का मामला नहीं बनता लेकिन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने केंद्रीय मंत्रियों के लिए जो मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट लागू कर रखा है. अगर वो मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट पंजाब सरकार भी लागू कर देती है तो ऐसे में ये मामला आचार संहिता के उल्लंघन का जरूर होगा.
अपने शो पर कपिल शर्मा का मजाक उड़ाना चाहते हैं कृष्णा अभिषेक
कानून के जानकारों के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्धू को मोरल ग्राउंड पर नैतिकता के आधार पर TV शो में काम करने से बचना चाहिए क्योंकि जिस तरह के शो में वो काम कर रहे हैं उससे आने वाले दिनों में ये मामला बढ़ता ही जाएगा. पंजाब सरकार और दूसरे राज्य सरकारों के अन्य मंत्री, अफसर और कर्मचारी भी नवजोत सिंह सिद्धू का एग्जांपल देकर ये दलील दे सकते हैं कि वो भी 9 से 6 के अपने सरकारी कामकाज को खत्म करने के बाद कोई भी अन्य काम कर सकते हैं. इसी वजह से नवजोत सिंह सिद्धू के एक रोल मॉडल और एक राजनेता होते हुए एक मिसाल कायम करते हुए कॉमेडी शो में काम करने के अपने फैसले को टाल देना चाहिए.
मंत्री बने सिद्धू के टीवी करियर पर CM अमरिंदर लेंगे कानूनी सलाह
वकील और सामाजिक कार्यकर्ता एच. सी. अरोड़ा ने नवजोत सिंह सिद्धू के मामले पर पंजाब के मुख्य सचिव को एक चिट्ठी लिखी है. एच. सी. अरोड़ा के मुताबिक कानून के मुताबिक संवैधानिक पदों पर रहने वाले राजनेता कोड ऑफ कंडक्ट से बंधे होते हैं. ऐसे में नवजोत सिंह सिद्धू के टीवी पर कॉमेडी शो करने का मामला ऑफिस ऑफ प्रॉफिट में भले ही ना आता हो लेकिन कोड ऑफ कंडक्ट के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्धू TV पर किसी कार्यक्रम में शामिल होने की एवज में पैसा नहीं ले सकते. ऐसे में नवजोत सिंह सिद्धू को TV शो करने से रोका जाए.
एच. सी. अरोड़ा ने साफ कर दिया है कि अगर उनकी अपील के बावजूद नवजोत सिंह सिद्धू मंत्री पद पर भी रहे और TV में भी काम करते रहें तो ऐसे में वो पंजाब के राज्यपाल से भी इसकी शिकायत करेंगे और साथ ही पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में भी इस मामले को लेकर पिटीशन दाखिल करेंगे.
तो क्या बंद हो जाएगा कपिल शर्मा का शो
वहीं भारत सरकार के एडिशनल सॉलिसिटर जनरल सत्यपाल जैन के मुताबिक कानून या संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि नवजोत सिंह सिद्धू को मंत्री पद पर रहते हुए TV शो में जाने से रोका जा सके. पहले ये तय करना होगा कि क्या नवजोत सिंह सिद्धू के बतौर मंत्री कपिल शर्मा के कॉमेडी शो में जाकर काम करने से और फिर उस काम के माध्यम से चैनल या कपिल शर्मा शो के प्रोड्यूसर्स की और से इस पद का फायदा उठाकर किसी खास मकसद को हासिल करने की कोशिश तो नहीं की जा रही.
सत्यपाल जैन के मुताबिक ये मामला ऑफिस ऑफ प्रॉफिट या Conflict of Interest का तो नहीं बनता है लेकिन नैतिकता और एक मंत्री की आचार संहिता का मामला ये जरूर बनता है. नवजोत सिंह सिद्धू जिस तरह से TV में काम करने की जिद को लेकर अड़े हुए हैं और मंत्री पद पर भी बने रहना चाहते हैं तो इससे आने वाले भविष्य में एक गलत उदाहरण दूसरे राजनेताओं, अफसरों और सरकारी पद पर बैठे लोगों के सामने दिया जा रहा है.
कृष्णा अभिषेक के शो में ना जाकर कपिल के शो में आएंगे ये स्पेशल गेस्ट
कैप्टन अमरिंदर सिंह के नवजोत सिंह सिद्धू के पर्यटन मंत्रालय को बदलकर किसी दूसरे मंत्रालय को सौंपने के बयान पर भी सत्यपाल जैन ने कहा कि इससे इस समस्या का हल नहीं होगा और जब तक बतौर मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू तमाम सरकारी सुविधाएं ले रहे हैं तो ऐसे में उनकी नैतिकता और आचार संहिता पर लगातार सवाल उठता रहेगा कि कैसे वो मंत्री पद पर रहते हुए इस तरह से TV शो के माध्यम से पैसा कमाने में लगे हुए हैं.
कैप्टन अमरिंदर सिंह के सामने मजबूरी ये है कि 10 साल बाद पंजाब की सत्ता में पहुंची कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं और खासतौर पर नवजोत सिंह सिद्धू को उन्हें साथ लेकर चलना है. इसी वजह से कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर से एडवोकेट जनरल से लीगल ऑपिनियन के माध्यम से नवजोत सिंह सिद्धू को TV शो में काम करने को लेकर हरी झंडी देने की तैयारी है. लेकिन जब तक नवजोत सिंह सिद्धू मंत्री पद पर बने रहेंगे और साथ में TV शो भी जारी रखेंगे तो ऐसे में उनकी नैतिकता और एक मंत्री के आचार-व्यवहार को लेकर बहस भी जारी रहेगी.
ऐसे में कानून के विशेषज्ञों ने भी नवजोत सिंह सिद्धू को यही राय दी है कि वो इस पूरे बवाल को खत्म करते हुए अपना ध्यान मंत्री पद की ओर लगाएं और अपने मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालते हुए किसी भी दूसरे काम और खास तौर पर TV शो को करने से बचें.