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नहीं किया था इस्लामोफोबिक कमेंट, सामने वाले ने विक्टिम कार्ड खेल वोट बैंक हथिया लिया- पायल रोहतगी 

लॉकअप शो के टॉप 2 में पहुंचे मुनव्वर फारूकी और पायल रोहतगी के बीच पूरे सीजन भर नोंक-झोंक रही. कई बार झगड़े इतने बढ़ गए कि पायल को इस्लामोफोबिक जैसे टैग्स तक दे दिए गए. हालांकि पायल ने इस पर अपनी सफाई देते हुए बातचीत की है.

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पायल रोहतगी
पायल रोहतगी

लॉकअप शो के टॉप में पहुंची पायल मुनव्वर फारूकी से हार सेकेंड रनर अप का खिताब जीता था. पायल पूरे शो में वन मैन आर्मी की तरह डटीं रहीं. गेम शो के दौरान पायल और मुनव्वर के बीच कई लड़ाई-झगड़ें भी हुए थे. जिसकी वजह से सोशल मीडिया पर पायल को इस्लामोफोबिक तक का टैग दे दिया गया था. 

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बता दें, एक एपिसोड में पायल और मुनव्वर के बीच मीट के हलाल और झटका को लेकर बहस छिड़ गई थी. इस मुद्दे पर पायल कहती हैं, मैंने कोई इस्लामोफोबिक कमेंट नहीं किया था. मैं दोबारा इस पर सफाई दे रही हूं. यार, जेल के अंदर आप किसी मुद्दे को डिस्कस कर रहे हैं जो शो के कॉन्सेप्ट की तहत ही हो रहा था. यहां हमें रोजाना किसी न किसी मुद्दे पर बहस करनी होती थी. उस कॉन्सेप्ट को मद्देनजर रखते हुए मैं खबरों पर अपनी राय दे रही थी. जाहिर सी बात है कि अगर सुनने वाले को मेरी राय पसंद नहीं आ रही है, तो इसका कतई मतलब नहीं कि मैं उस पर अटैक कर रही हूं. यहां हलाल मीट पर डिसकस किया जा रहा था. फिर टॉपिक कहीं से कहीं और चली गई. मुझ पर चिल्लाने लगें, तो मैं कैसे रिएक्ट करुंगी. मैं तो उस प्रथा पर बात कर रही थी, जैसे आप दहेज, चाइल्ड मैरिज, ट्रिपल तलाक जैसे मुद्दे पर बात करते हो. मैं हलाल पर बात कर रही थी, तो उस कैदी(मुनव्वर) ने अपने ऊपर ले लिया और कहने लगा कि मैंने उसे आतंकवादी बोला है. 

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पायल आगे कहती हैं, यह मुनव्वर के दिमाग की उपज है. क्योंकि मैंने ऐसे शब्द का इस्तेमाल ही नहीं किया था. इसका कोई फुटेज ही नहीं है. अगर है, तो मुझे दिखाएं. मैंने यही कहा था कि ऐसे लोग ही देश का बंटवारा करा गए थे. अगर कोई प्रथा मेरे अनुसार सही नहीं है, तो आप मेरे विचार से असहमती जता सकते हैं. बात वहीं खत्म हो जाती है. आप उस प्रथा के बारे में डिसकस ही नहीं करना चाहते हैं क्योंकि आपके रिलीजन से रिलेटेड है और आप सामने वाले को बोलने ही नहीं देते हैं. तो ये जाहिर करता है कि आप कितने जिद्दी हैं. मैंने बस यही कहा था हलाल मीट टेरेरिज्म को प्रमोट करता है. मैंने किसी कैदी या व्यक्ति को टेरेरिस्ट नहीं कहा था. 

पायल कहती हैं, मैंने उसके बावजूद कैमरे में जाकर इस बात को क्लैरिफाई भी किया था कि मैंने प्रथा के खिलाफ बात कही है न कि किसी इंसान को कुछ कहा है. हालांकि सामने वाला यहां विक्टिम कार्ड खेल गया और उसे सारी सांत्वना मिल गई. उसे तो वोट बैंक मिल गए न. 

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