बिग बॉस 15 के प्रतीक सहजपाल को उनकी बहन प्रेरणा सहजपाल का जमकर सपोर्ट मिल रहा है. प्रेरणा इन दिनों प्रतीक का इंस्टाग्राम अकाउंट हैंडल कर रही हैं और आए दिन प्रतीक से जुड़े सारे इंफोर्मेशन फैंस संग शेयर करती हैं.
प्रतीक के गेम प्लान पर बात करते हुए प्रेरणा ने कहा, 'प्रतीक अपने गेम प्लान को लेकर खासा पैशनेट रहा है. जैसे वो खेल रहा है और जिस तरह के उसके इमोशन नजर आ रहे हैं, असल जिंदगी में ठीक वैसा ही है. उसके फैंस और दोस्त दोनों जानते हैं कि वो कभी बदला नहीं है. यह बात सच है कि वो अपनी मॉम के बारे में कुछ गलत नहीं सुन सकता है. उसके जो एक्शन व रिएक्शन निकल रहे हैं, जो असल हैं. मां की गाली से उसे बार-बार उकसाया जा रहा है, यह नहीं होना चाहिए. सलमान खान के समझाने के बाद प्रतीक का अग्रेशन थोड़ा शांत हुआ है. उसने सलमान की बातों को पॉजिटिवली लिया है. मुझे उस पर गर्व है.
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हमारे यहां गाली देना कूल नहीं है
शो में जिस तरह से प्रतीक को गालियां मिल रही हैं, वो भी चाहे, तो रिप्लाई कर सकता है. लेकिन मां ने हम दोनों की परवरिश ऐसी की है कि लोगों के बीच गालियां देना हमारे लिए कूल नहीं माना जाता है. हां, दोस्तों के बीच आपस में चलती है लेकिन जिसे आप जानते नहीं,वैसे लोगों को गाली देना हमारे संस्कार में नहीं है. अगर आप लगातार किसी के परिवार को गाली दे रहे हैं, तो कोई भी सहन नहीं करेगा. अगर जय को या उसके परिवार को गाली दे, तो क्या वो सहन करेंगे. जो लोग भी उन्हें सपोर्ट कर रहे हैं, मैं उनपर ध्यान नहीं देती.
ऐपिसोड देखकर मां रातभर रोई
जिस दिन प्रतीक की लड़ाई हुई थी. मैं और मां एक साथ शो देख रहे थे. प्रतीक ने जिस तरह खुद को हर्ट किया, उसे देखकर प्रतीक पर बहुत गुस्सा आया था. वो एक्शन का रिएक्शन था, वो मां को लेकर बहुत ज्यादा पॉजेसिव है. मेरे लिए भी कोई कुछ कहता, तो वो ऐसा ही रिएक्ट करेगा. कांच तोड़कर खुद को चोट पहुंचाने से हम भी तकलीफ में थे. हम चाहते थे, कि कोई उसे समझाए और सलमान सर ने उसे कहा भी. मां उस ऐपिसोड को देखकर रोने लगी थी. उन्होंने कुछ भी नहीं खाया. हमने शो की बीच में छोड़ दिया था, वो रातभर रोती रही.
मेरी मां ने दोनों रोल निभाए हैं
हमारे परिवार में, मेरी मां ही रही हैं. उन्होंने पापा और मां दोनों का किरदार निभाया है. यह सच है कि हमारे पैरेंट्स साथ नहीं रह रहे हैं. जो मां ने हमारे लिए किया है, आज जिस स्टेज पर हम भाई-बहन हैं, उसका क्रेडिट उन्हीं को जाता है. हम अपनी जिंदगी के बेहतरीन पड़ाव पर हैं और अच्छा कर रहे हैं. मॉम की तबीयत खराब रहती थी. मां को ओसीडी है. प्रतीक बचपन से ही उनके करीब रहा है. वो बहुत ही छोटा था, जब पैरेंट्स अलग हो रहे थे. तो उसका झुकाव मां की तरफ ज्यादा था. तभी से वो मां के ही साथ रहा. उसने सारी चीजें देखी थी.
फाइनैंसियल दिक्कतें भी रही हैं
हमारे घर में बहुत ही फाइनैंसियल दिक्कतें रही हैं. घर में बड़ी होने के कारण मुझे परिवार को सपोर्ट करना था. मैंने स्कूल से निकलते ही अपनी पढ़ाई डिस्टेंस कोर्स से की और काम करने लगी थी. उस वक्त प्रतीक स्कूल में था. आगे चलकर हम दोनों ने परिवार को संभाला.
पापा से होती है बात
पिता से आज भी टच में हैं. देखिए जब वक्त आगे बढ़ता है, तो हम भी ग्रो करते हैं. हम अपने मन में किसी चीज का बोझ नहीं रखना चाहते हैं. इसलिए पापा को हमने माफ कर दिया है. हम टच में हैं, उनसे मेरी और प्रतीक की बात होती है.
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