कोरोना वायरस को देखते हुए सभी स्टार्स घर में बंद हैं और मुंबई में किसी भी सीरियल की शूटिंग नहीं हो रही है. अब ऐसे में चैनल्स के पास पुराने सीरियल चलाने के अलावा कोई चारा नहीं है. दूरदर्शन ने भी कुछ ऐसा ही प्रयोग किया जो सुपरहिट साबित हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा लॉकडाउन की घोषणा के बाद दूरदर्शन ने रामायण और महाभारत के पुन: प्रसारण का फैसला किया था.
रामायण के पुन: प्रसारण से चैनल की टीआरपी में काफी सुधार आया है. रामायण देखने में जितनी दिलचस्प है उतने ही मजेदार इसके किस्से भी हैं. रामानंद सागर ने धारावाहिक रामायण को बनाने के लिए काफी मेहनत की थी. रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर ने इससे जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा सुनाया था.
बिना कुछ खाए-पिए सिर्फ रामायण शूट कर रहे थे प्रेम सागर-
रामानंद सागर पर लिखी बुक का प्रमोशन करने प्रेम सागर के साथ रामायण के राम, लक्ष्मण और सीता द कपिल शर्मा शो पर पहुंचे थे. इस दौरान प्रेम सागर ने बताया था कि रामायण का एक सीक्वेंस शूट करने के लिए उन्होंने छह दिनों तक कुछ खाया-पीया नहीं था और वह बेहोश हो गए थे.
कपिल शर्मा ने प्रेम सागर से पूछा था, 'बचपन में हम देखते थे कि तीर से गर्दन उड़ा देते थे. तीर उड़ते हुए दिखते थे तो ये सब कैसे होता था?' प्रेम सागर ने बताया, 'पापा जी (रामानंद सागर) ने जब पहली बार मुझे ये तीरों का सीक्वेंस बताया तो मैंने एक लेजर प्रोजेक्टर मांगा. तो उन्होंने कहा कि तुम्हें पता है कि उसका किराया क्या होगा? क्योंकि बजट तो लिमिटेड होता था.
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प्रेम सागर ने आगे बताया, 'हालांकि बाद में लेजर प्रोजेक्टर हमें मिला और हमने लेजर प्रोजेक्टर के साथ कंप्यूटर में तीर वगैरह बनाए. पापा जी ने मुझे स्टूडियो दिया और कैमरा दिया. झगड़े तो होते थे तो उन्होंने काफी नाराजगी से मुझसे कहा कि ले जो करना है इसका कर ले.'
प्रेम सागर आगे बोले, 'छह दिन छह रात मैं बाहर नहीं निकला. न खाना, न पीना छह दिन के बाद मैं बाहर निकला तो मैंने पापा जी से कहा कि लो ये आपका सीक्वेंस. मैं फिर बेहोश हो गया और जब मैं उठा तो सभी डॉक्टर मुझे देख रहे थे. पापा जी ने मुझसे कहा कि ग्रेट सीक्वेंस है. तेरे लेजर प्रोजेक्टर ने कमाल कर दिया.'