रोनित रॉय और एकता कपूर की जुलगबंदी टीवी इंडस्ट्री में काफी सक्सेसफुल रही है. एकता ने ही फैंस को रोनित रॉय के रूप में ऋषभ बजाज और मिहिर दिया है. रोनित खुद मानते हैं कि एकता ने उन्हें उस वक्त मौका दिया है, जब उन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी.
एकता के जन्मदिन पर रोनित आजतक से खास बातचीत पर कहा, 'मेरी जिंदगी में एकता के किरदार को परिभाषित कर पाना मुश्किल है. मैंने एक्टर के तौर पर जो खुद को स्थापित किया उसका काफी हद तक क्रेडिट एकता को ही जाता है. एकता ने मुझपर जो विश्वास जताते हुए अपने दस साल दिए हैं. इन दस सालों में टेलीविजन पर जो आइकॉनिक किरदार को निभाने का मौका दिया है, वो वाकई में मेरे लाइफ का टर्निंग प्वाइंट रहे हैं.'
मेरा ज्यादातर काम एकता के साथ ही रहा
रोनित आगे कहते हैं, 'मैंने जितना काम एकता के साथ किया है, मुझे नहीं लगता किसी और प्रोडक्शन से जुड़ा. मैंने बालाजी संग 2001 में काम करना शुरू किया और 2014 तक मैं उनके शोज से जुड़ा रहा. अब चूंकि हम सब वेब पर आ चुके हैं, तो अभी भी उन्हीं के प्रोडक्शन में काम कर रहा हूं. मैं हमेशा कहता रहा हूं कि मैं मेरे सक्सेस के में उनका बहुत बड़ा योगदान है.'
एकता ने इसका ध्यान रखा, खाली हाथ न लौट जाऊं
अपने और एकता की दोस्ती पर रोनित कहते हैं, 'मैं और एकता के बीच फ्रेंडशिप नहीं है. मैं उनकी उस ग्रुप का हिस्सा नहीं हूं, जहां वे साथ पार्टीज करते हैं या सेल्फी व ट्रैवल करते हों. हमारे बीच एक दूसरे के प्रति रिस्पेक्ट है. आप जब किसी से कनेक्ट करते हो, तो एक अलग सी बॉन्डिंग होती है. रिस्पेक्ट इसलिए भी है क्योंकि मैं जीतेंद्र साहब के साथ काम करता था. इसलिए शायद वो लिहाज है. वे हमेशा से सपोर्टिव रही हैं, वे बेहद ही सेंसिटिव इंसान हैं. वे बहुत केयरिंग भी है. मुझे याद है, जब मैं बालाजी के ऑफिस पहुंचा था, उस वक्त मेरे पास कोई काम नहीं था. उन्होंने इस बात का ध्यान रखा था कि मैं खाली हाथ न जाऊं. मैं यह सब नहीं भूल सकता हूं.'