इन दिनों कक्कड़ भाई-बहन का एक गाना काफी वायरल हो रहा है. '12 लड़के साथ घूमें मेरा बॉयफ्रेंड कौन सा...' गाना तो आपने सुना ही होगा. लेकिन हम यहां गाने की बात करने नहीं आए हैं. बल्कि उस गाने पर रील बनाकर डांस कर रही उन लड़कियों के बारे में बताने आए हैं, जो अब फिर से वायरल हो रही हैं. जी हां, फिर से! ध्यान से देखिए, क्या आपको याद आया कि ये वही झुग्गी-बस्ती की लड़कियां हैं, जो रिएलिटी शो डांस दीवाने जूनियर्स पर अपना जलवा बिखेर चुकी हैं. इनके ग्रूप का नाम है 'गली गर्ल्स'.
टैलेंट से पाया फेम
अगर इंसान के अंदर टैलेंट है तो कोई मुश्किल उनका रास्ता नहीं रोक सकती है. इस बात को साबित करती हैं ये लड़कियां, जिन्होंने झुग्गी में रहकर, जिन्होंने बिना किसी संसाधनों के अपने टैलेंट को निखारा है. इस पूरी जर्नी में इन लड़कियों का साथ दिया है उदय सारेल ने, जो खुद भी इसी बस्ती से आते हैं, और डांस बेस्ड रिएलिटी शो में पार्टिसिपेट कर चुके हैं. इनके रील वीडियो को नेहा कक्कड़ ने अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किया है. जहां से वापस इनकी याद ताजा हो गई.
मध्य प्रेदश के नीमच शहर की एकता कॉलोनी की झुग्गियों में रहने वाली ये लड़कियां डांस दीवाने जूनियर में परफॉर्म कर चुकी हैं. हालांकि ये आगे नहीं जा पाईं, लेकिन उस वक्त के जज नीतू कपूर, नोरा फतेही और मर्जी पेस्तोनजी ने जमकर इनके डांस की तारीफ की थी. कोरियोग्राफर मर्जी पेस्तोनजी ने कहा था कि अब तुम्हारे सपने पूरे होगे, इस मंच से तुम्हारे नए सफर की शुरूआत होगी. इसी शो पर जब इन्होंने अपनी निजी जिंदगी के संघर्षों के बारे में बताया तो सबकी आंखे नम हो गई थीं.
यहीं नहीं गली गर्ल्स को इंडियन आइडल के स्टेज पर भी परफॉर्म करने के लिए बुलाया गया था. जहां नेहा कक्कड़ ने खुद सभी लड़कियों क साथ डांस किया. ये देख गली गर्ल्स की कॉलोनी के सभी लोगों ने इनका ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया था. मां-बाप की आंखों में खुशी के आंसू छलक आए थे.
कैसे बनी गली गर्ल्स
डांस दीवाने में जब इन लड़कियों का सिलेक्शन हुआ तो सभी खुशी से झूम उठे थे. 14-15 साल की ये लड़कियां सोफिया अब्बासी, रमिला भूरिया, आशा मईडा, अंजलि सारेल और सपना निनामा, उस घर से आती हैं जहां एक वक्त का खाना भी किस्मत से नसीब होता है. वक्त मिला तो सरकारी स्कूल में पढ़ने चली जाती हैं. वरना कभी कृषि मंडी जाकर दिनभर बिखरे अनाज को समेटती हैं, तो पूरा परिवार रात का खाना खा पाता है. मां घरों में बर्तन-पोछा करने का काम करती हैं. किसी के पिता ठेला लगाते हैं, तो किसी के पिता ही नहीं हैं. किसी तरह घर का गुजारा चलता है.
डांस का जुनून
ऐसे में डांस सीखने का जुनून कहां से आया? इसका जवाब उनके ट्रेनर उदय सारेल ने दिया. उदय ने बताया कि सभी लड़कियां बेहद गरीब घर से हैं. उनके पास रहने के लिए पक्की छत तक नहीं तो संसाधन कहां से जुटाएंगी. वो कभी किसी पड़ोसी के घर टीवी देखकर या फिर कहीं बाहर चलते गाने को देखकर स्टेप्स की नकल किया करती थीं. उदय ने उन्हें सिखाना शुरू किया. सभी में इतनी हिम्मत है कि एक वक्त खाना भले नसीब नहीं हो, लेकिन डांस करना नहीं भूलती हैं. लड़कियां रोज तीन घंटे डांस की प्रैक्टिस करती हैं.
उदय ने बताया कि कई लड़कियों के पास गरीबी रेखा से नीचे के लाभ वाला कार्ड भी नहीं है. इस वजह से सरकार से मिलने वाली जरूरत की चीजों के भी वंचित रह जाती हैं. ऐसे में नीमच की झुग्गी से निकल कर अपने टैलेंट को निखारना और मुंबई जाकर दुनिया को उसे शो करना, सच में काबिल-ए-तारीफ है. आज सभी अपने इंस्टाग्राम अकाउंट डांस पर बेस्ड रील्स अपलोड करती हैं. सभी की अच्छी-खासी फैन फॉलोइंग है. गली गर्ल्स नाम से भी एक ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट है, जिस पर तकरीबन 560K फॉलोअर्स हैं.