ये उन दिनों की बात है...शो से फेमस होने वाली एक्ट्रेस आशी सिंह का कहना है कि वे सास बहू वाले टीवी सीरियल्स नहीं कर सकतीं. उनका कहना है कि आजकल टीवी पर आने वाले सास बहू वाले सीरियल्स में बहुत रोना होता है इसलिए वे ऐसा शो नहीं करना पसंद करेंगी. आशी सिंह फिलहाल फैंटेसी शो अलादीन- नाम तो सुना होगा कर रही हैं.
सास बहू शो के बारे में क्या कहा
उन्होंने कहा कि सास बहू शोज में ना सिर्फ बहुत रोना पड़ता है बल्कि एक ही चीज रोज बार बार करनी पड़ती है. एक सास बहू वाला शो भले ही टीआरपी में रैंक करे लेकिन वहां एक एक्ट्रेस के पास कोई क्रिएटिविटी नहीं होती. उन्होंने कहा कि शुक्र है कि मुझे ये उन दिनों की बात है के बाद कोई सास-बहू के शो ऑफर नहीं हुआ. अपने डेब्यू सीरियल में मैंने एक स्कूल गोइंग गर्ल का कैरेक्टर प्ले किया था. इसके बाद मेरे प्रोड्यूसर ने एक और सीरियल ऑफर किया था. मज़ेदार बात ये है कि मुझे कई ऑडिशन देने पड़े थे, लेकिन निर्माता मुझे ये कहते हुए अस्वीकार कर दिया कि मैं बहुत छोटी दिख रही हूं. वास्तव में, मैं इतना निराश हो गई कि मैंने घर पर बैठकर अपनी पढ़ाई करने का फैसला किया और फिर कुछ सालों के बाद अपनी किस्मत आजमाई. तब मुझे ये उन दिनों की बात है मिला.
नया शो मेरे कंफर्ट जोन के बाहर का है
आशी सिंह का कहना है कि लॉकडाउन के पहले मैंने एक शो साइन किया था जो कि लीप लेने वाला था और फिर मैं उसमें लीड कैरेक्टर प्ले करती. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर थी, लॉकडाउन के बाद वो शो ऑफ एयर हो गया. इसके बाद मुझे ये फैंटेसी शो का ऑफर हुआ, जहां मैंने अवनीत कौर को रिप्लेस किया. जब मुझे ये कैरेक्टर सुनाया गया तो मुझे समझ में ये आया कि ये मेरे कंफर्ट जोन के बाहर है, मुझे ये करना चाहिए. एक एक्टर के तौर पर आपको ऐसे ग्रो करने का मौका मिलता है. मुझे ये भी एहसास हुआ कि मैं बहुत ही फेमस और प्यार पाने वाले कैरेक्टर को रिप्लेस कर रही हूं. अब लोग मुझे भी एक्सेप्ट करने लगे हैं. शुरुआत में मुझे लगता है कि लोगों ने मुझे को-स्टार सिद्धार्थ निगम के साथ पसंद नहीं किया, पर अब वे सब मुझे स्वीकर कर रहे हैं.
आगरा की रहने वाली आशी सिंह काफी पहले मुंबई शिफ्ट हुई हैं. आगरा में अपने दिनों के बारे में आशी सिंह कहती हैं कि मैं बहुत छोटी थी जब आगरा में रहती थी. वहां तो घर से बाहर जाने की इजाजत नहीं होती थी. मैं वहां हनुमान मंदिर जाती थी जहां का प्रसाद मुझे बहुत अच्छा लगता था. आगरा से बचपन की यादें जुड़ी हुई हैं.