21 अप्रैल 1913 एक तारीख जब पहली बार दादा साहब फाल्के ने पहली फ़िल्म सत्यवादी-हरिश्चद्र बनाई थी. बेशक तब पुरुषों को महिला पात्र में उन्होंने पेश किया था लेकिन ये तय हो चुका था कि नायिका के बिना फिल्में नहीं चलेंगी. जैसे-जैसे वक़्त गुज़रा नायिका फ़िल्मों की दो ऐसी आँखें बन गईं जिनके बिना फ़िल्म के बारे में सोचना भी असंभव हो गया.